कोरोना वायरस की वजह से पूरा देश बंद पड़ा है और लोग अपने घरों में कैद हैं। हालांकि इस बीच कई जरूरी सेवाएं जारी हैं। कोरोना से बचने का यह सबसे बेहतर उपाय है। लेकिन बंद कमरे में भी जीने के लिए राशन-पानी तो चाहिए ही।
जाहिर इसके लिए आप बाजार भी जा रहे होंगे, पैसों और सामान का आदान-प्रदान कर रहे होंगे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या पैसों और सामान के इस लेन-देन में कहीं वायरस फैलने का तो खतरा नहीं है?
हाल ही में कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर पूछ है कि क्या दूषित नोटों के जरिये कोरोना वायरस का संक्रमण के फैलने का खतरा तो नहीं है?
जाहिर है नोट और सिक्के अलग-अलग लोगों के संपर्क में आते हैं जिस वजह से इनके दूषित होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। अधिकतर लोग बिना ग्लव्स पहने इनका अदा-प्रदान करते हैं। किसी एक व्यक्ति के हाथ में नहीं रहते हैं।
हालांकि अभी तक ऐसा कोई वैज्ञानिक अध्ययन नहीं है, जिससे यह पता चलता है कि कोरोनो वायरस दूषित नोटों के जरिये फैल सकता है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नोटों की उचित स्वच्छता बनाए रखने के सलाह जरूर दी है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, लेन-देन में इस्तेमाल होने वाले नोटों से भी कोरोना वायरस फैल सकता है। कोई संक्रमित व्यक्ति अगर कोई नोट दूसरे को देता है तो बहुत संभावना है कि इससे संक्रमण फैल जाए। हालांकि पैसों के ले-देन के बाद आपको अपने हाथों को अच्छी तरह धोना चाहिए और इस बीच हाथों से अपने मुंह, नाक, आंख को छूने से बचें।
अगर बात करें पैकेट की तो क्या इनके जरिये वायरस फ़ैल सकता है? वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस किसी भी सतह पर कम से कम दो घंटे रह सकता है। इसका मतलब यह है कि पैकेट पर भी यह रह सकता है। लेकिन पैकेट के जरिये इसके फैलना का खतरा बहुत कम है।
भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के संक्रमण के 106 नए मामले सामने आए जिसके बाद रविवार को कोविड-19 के मामले 1000 का आंकड़ा पार कर गए । देश में यह वायरस अब तक 27 लोगों की जान ले चुका है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी। मंत्रालय ने बताया कि देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 901 है जबकि 95 लोग या तो ठीक हो गए या उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई और एक व्यक्ति देश के बाहर चला गया।
मंत्रालय की तरफ से शाम साढ़े सात बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक गुजरात और जम्मू-कश्मीर में दो लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई। कोरोना वायरस के कारण अभी तक महाराष्ट्र में छह, गुजरात में पांच, कर्नाटक में तीन, मध्यप्रदेश में दो, दिल्ली में दो, जम्मू-कश्मीर में दो, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
इस वायरस के संक्रमण के सर्वाधिक 186 मामले महाराष्ट्र में हैं। केरल में 182 मामलों की, कर्नाटक में 76 मामलों की, तेलंगाना में 66 मामलों की, उत्तर प्रदेश में 65 मामलों की, गुजरात में 58 मामलों की, राजस्थान में 55 मामलों की, तमिलनाडु में तथा दिल्ली में 49-49 मामलों की पुष्टि हुई है। पंजाब में कोविड-19 के 38 मामलों की, हरियाणा में 33 मामलों की, जम्मू कश्मीर में 31 मामलों की।
मध्यप्रदेश में 30 मामलों की, आंध्रप्रदेश में 19 मामलों की, पश्चिम बंगाल में 18 मामलों की, लद्दाख में 13 मामलों की, बिहार में 11 मामलों की, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में 9 मामलों की, चंडीगढ़ में 8 मामलों की और उत्तराखंड तथा छत्तीसगढ़ में 7-7 मामलों की अब तक पुष्टि हुई है। गोवा में कोरोना वायरस के 5 मामलों की, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा में 3-3 मामलों की तथा पुडुचेरी, मिजोरम और मणिपुर में एक-एक मामले की पुष्टि हुई है।