वोल्गोग्राद, 24 जून। नॉकआउट की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुके मिस्र और सऊदी अरब जीत के साथ अपने अभियान का अंत करने और ग्रुप ए में सबसे निचले पायदान पर आने से बचने के लिए विश्व कप में एक दूसरे का सामना करेंगे। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला भारतीय समय के अनुसार शाम 7.30 बजे खेला जाएगा।
अरब क्षेत्र की इन दोनों टीमों का अब तक का सफर अच्छा नहीं रहा। मिस्र को टूर्नामेंट से पहले ही निराशा झेलनी पड़ी, क्योंकि उसके स्टार स्ट्राइकर मोहम्मद सालाह लिवरपूल की तरफ से चैंपियन्स लीग फाइनल में खेलते हुए चोटिल हो गए थे।
सालाह की शानदार फार्म को देखकर मिस्र को ग्रुप ए से अगले दौर में जगह बनाने का दावेदार माना जा रहा था। क्वालीफाईंग में सालाह ने टीम की तरफ से 71 प्रतिशत गोल किये थे। वह पिछले मैच में पेनल्टी पर गोल करने में भी सफल रहे थे लेकिन इसके बावजूद साफ दिख रहा था कि वह अब भी कंधे की चोट से जूझ रहे हैं। (फीफा वर्ल्ड कप की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें)
मिस्र पहले मैच में उरुग्वे से 0-1 से हार गया था जबकि दूसरे मैच में रूस ने उसे 3-1 से हराया था। दूसरी तरफ सऊदी अरब अब तक एक भी गोल करने में नाकाम रहा है। उसे उदघाटन मैच में रूस ने 5-0 से करारी शिकस्त दी थी जिससे वह अब तक नहीं उबर पाया है। इसके बाद उरुग्वे ने उसे 1-0 से पराजित किया था।
मिस्र को उरुग्वे के खिलाफ सालाह की बड़ी कमी खली थी। वह दूसरे मैच में मैदान पर उतरे लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों का पर्याप्त सहयोग नहीं मिला। अब मिस्र का सफर भले ही खत्म हो चुका है लेकिन वह सऊदी अरब के खिलाफ मुकाबले को हल्के से नहीं ले रहा है। (यह भी पढ़ें- FIFA WC: गोल्डन बूट की रेस में दो खिलाड़ियों ने रोनाल्डो को छोड़ा पीछे, देखें दावेदारों की पूरी लिस्ट)
मिस्र के मिडफील्डर कहराबा ने पत्रकारों से कहा कि यह बेहद कड़ा मैच होगा क्योंकि इसे अरब डर्बी के रूप में देखा जा रहा है। फुटबाल में कागजों पर मजबूत टीम को नहीं बल्कि बेहद अनुशासित टीम को जीत मिलती है। सऊदी अरब के पास बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं।
अब जबकि दोनों टीमें बाहर हो चुकी हैं तब मिस्र इस औपचारिक मैच में गोलकीपर इसाम अल हादरी को मौका दे सकता है। अगर 45 वर्षीय हादरी मैदान पर उतरते हैं तो वह विश्व कप में खेलने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन जाएंगे।