खड़कः महाराष्ट्र के पुणे से पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जिसने एक बुजुर्ग महिला को 40 हजार ऋण के बदले उससे 8 लाख रुपए वसूले। बुजुर्ग महिला ने बताया कि ऋण चुकता कर दिए जाने के बावजूद साहूकार उससे पैसे लेते रहा। नौबत ये आ गई कि जीवनयापन के लिए उसे भीख मांगने पड़ी।
अनुसया पटोले नाम की 65 वर्षीय महिला की ये आपबीती तब सामने आई जब सकात नाम की सामाजिक कार्यकर्ता ने पुलिस के संज्ञान में ये मामला लाया। मदद करनेवाली कार्यकर्ता के मुताबिक, महिला से बात करने के बाद उसने प्राथमिकी दर्ज करायी। महिला ने बताया कि साहूकार उसे धोखा दे रहा था। वह उसकी 17,000-18,000 रुपये की पेंशन निकाल लेते थे। साहूकार ने महिला बैंक पासबुक भी ले ली थी।
पीड़ित महिला पुणे नगर निगम की सेवानिवृत्त कर्मचारी है। उसने बताया कि एक अवैध साहूकार दिलीप वाघमारे से उसने 40 हजार रुपए उधार लिए थे। साहूकार ने उससे उधार लिए गए 40,000 रुपये के ऋण की अदायगी के बावजूद ब्याज राशि लेना जारी रखा। महिला ने कहा कि उससे पैसे लेने के लिए उसने मेरा एटीएम कार्ड, पासबुक ले लिया और दावा किया कि मुझे अब भी उसका पैसा देना है।
खड़क पीएस के उप निरीक्षक यशपाल सूर्यवंशी ने कहा कि, आरोपी दिलीप वाघमारे को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने 2017 से पीड़िता के खाते से लगभग 8 लाख रुपये निकाले, जब उसने उससे पैसे उधार लिए। दैनिक खर्चों को पूरा करने में मुश्किल होने के बाद महिला ने भीख मांगना शुरू कर दिया।