मुंबईः महाराष्ट्र के पालघर जिले में चोर होने के संदेह में दो साधुओ सहित तीन लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद मामले में राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिए। हालांकि इस दर्दनाक घटना पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए। इस बीच महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि सीआईडी के एक विशेष आईजी स्तर के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि पुलिस ने अपराध के 8 घंटे के भीतर 101 लोगों को गिरफ्तार किया। हम आज वॉट्सऐप के जरिए आरोपियों के नाम जारी कर रहे हैं, उस सूची में कोई मुस्लिम नहीं है।
उन्होंने कहा कि वीडियो में एक आवाज सुनाई दी है 'ओये बास', लोगों ने इसे ऑनलाइन प्रसारित किया और कुछ लोगों ने इसे 'शोएब बस' कहा। सभी राज्य तंत्र महामारी से लड़ रहे हैं और कुछ लोगों ने इस मामले को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की।
उल्लेखनीय है कि यह घटना उस समय हुई, जब गुरुवार रात दो साधु सहित तीन लोग मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे। इसी दौरान, पालघर जिले में भीड़ ने इन्हें चोर समझकर उनके वाहन को रोक लिया और उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।