दिल्ली के नांगल इलाके में एक 9 साल की बच्ची के रेप और हत्या की वारदात को लेकर प्रदर्शन तेज हो गया है. इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को मांग लेकर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने इस इलाके का दौरा किया. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने इस मामले में चर्चा के लिए आज राज्यसभा चेयरमैन को नोटिस भी दिया था.
केस में आरोपी पुजारी समेत चार लोग गिरफ्तार
नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार के बाद हत्या का यह मामला दिल्ली कैंट क्षेत्र के नांगल का है. यही नहीं इस मामले में लड़की के शव का जबरन अंतिम संस्कार करने की भी बात सामने आई है. पुलिस ने इस मामले में एक पुजारी समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है. दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी इंगित प्रताप सिंह के मुताबिक रविवार रात नाबालिग लड़की के बलात्कार के बाद मौत और उसके दाह संस्कार के संबंध में एक पीसीआर कॉल मिली जिसके बाद पुराने नंगल गांव के लगभग 200 गांववाले पुराने नंगल के श्मशान घाट पर इकट्ठा हो गए.
मां की मर्जी के बिना कर दिया अंतिम संस्कार
नांगल श्मशान घाट के पास नौ साल की नाबालिग लड़की अपने माता-पिता के साथ रहती थी. रविवार शाम 5:30 बजे वह अपनी मां को बताकर श्मशान घाट के वाटर कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी.
6 बजे के करीब श्मशान घाट के पुजारी पंडित राधेश्याम और नाबालिग लड़की की मां को जानने वाले 2-3 अन्य लोगों ने उसे श्मशान में बुलाया और लड़की के शव को यह कहते हुए दिखाया कि वाटर कूलर से पानी पीने के दौरान उसे करंट लग गया था. मां के मुताबिक लड़की की बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे. उसके होंठ भी नीले थे. पुजारी और उसके साथियों ने मां से कहा कि अगर पीसीआर कॉल करते हैं तो पुलिस इसका मामला बनाएगी और पोस्टमॉर्टम में डॉक्टर लड़की के सभी अंगों को चुरा लेंगे इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है और लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया गया. जिसके बाद मृतक लड़की की मां ने पति के साथ शोर मचाया कि उनकी मर्जी के बिना उस लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
पुलिस ने इस मामले में पुजारी समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट और पॉक्सो कानून की धाराओं के तहत कार्रवाई की है.
सोशल मीडिया पर हाथरस कांड को किया याद
इस मामले से जुड़ी खबरें सोशल मीडिया पर भी दिन भर ट्रेंड हुई, #JusticeForDelhiCanttGirl आज ट्वीटर पर काफी देर तक ट्रेंड होता रहा. कई लोग इसे सितंबर 2020 में हुए हाथरस कांड जैसा प्रकरण बता रहे है. 14 सितंबर 2020 को हुए हाथरस कांड में एक 19 वर्षीय दलित युवती के साथ बलात्कार और हत्या का प्रयास किया गया था. इस मामले में गंभीर रूप से घायल युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मौत के बाद यूपी पुलिस पर युवती के माता-पिता को बिन बताए अंतिम संस्कार करने का आरोप लगा था. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी इस केस में यूपी पुलिस को लताड़ लगाई थी.