बेंगलुरुः बेंगलुरु के इलेक्ट्रॉनिक सिटी इलाके में स्थित इंफोफिस कंपनी के परिसर के अंदर शौचालय में महिला सहकर्मी की वीडियो बनाने के आरोप में बुधवार को 30 वर्षीय कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। कंपनी के मानव संसाधन (एचआर) विभाग के कर्मचारियों ने आरोपी स्वप्निल नागेश माली को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। महाराष्ट्र के सांगली का निवासी माली कंपनी में ‘सीनियर एसोसिएट कंसल्टेंट’ है। पुलिस के अनुसार, घटना सोमवार सुबह की है जब महिला ने शौचालय के बगल में परछाई और हलचल देखी।
महिला ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि कुछ ही क्षण बाद उसने देखा कि माली शौचालय के बगल में खड़ा होकर मोबाइल फोन से वीडियो बना रहा था। इस बाद महिला चिल्लाते हुए बाहर भागी और अपने सहकर्मियों को इसकी जानकारी दी। इस बीच, भागने की कोशिश कर रहे आरोपी को एचआर कर्मचारियों ने पकड़ लिया।
आरोपी के फोन की जांच करने पर एचआर कर्मियों को पीड़िता का एक वीडियो और एक अन्य महिला कर्मचारी का गुप्त रूप से रिकॉर्ड किया गया वीडियो मिला। आरोपी ने कई बार माफी मांगी और वीडियो ‘डिलीट’ कर दिए, लेकिन एचआर कर्मचारियों ने ‘डिलीट’ होने से पहले सबूत के तौर पर वीडियो की तस्वीर ले ली।
महिला ने बाद में इलेक्ट्रॉनिक सिटी पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “शिकायत के आधार पर हमने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। जांच जारी है।"
इंफोसिस ने एक बयान में कहा कि कंपनी की आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन से संबंधित हर शिकायत को गंभीरता से लिया जाता है, और आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। बयान में कहा गया है, "हमें घटना की जानकारी है और हमने उस कर्मचारी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की है और अब वह कंपनी में नहीं है।
हमने तुरंत शिकायत दर्ज कराने में शिकायतकर्ता की मदद की और जांच में सहयोग कर रहे हैं।” बयान में कहा गया है, "इंफोसिस उत्पीड़न-मुक्त कार्य वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और उत्पीड़न को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति का पालन करती है। हम कंपनी की आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित हर शिकायत को बहुत गंभीरता से लेते हैं।"