Nalasopara Gang Rape: भारत में महिलाएं कितनी असुरक्षित है, यह रोजाना की खबरों को पढ़कर पता चल रहा है। हर रोज किसी न किसी महिला के साथ जघन्य अपराध की खबर खबरों की सुर्खियों में बरकरार है। एक ओर जहां महाराष्ट्र के बदलापुर में दो बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न के खिलाफ इंसाफ दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतरे हैं, उसी महाराष्ट्र में रेप की अन्य घटना सामने आई है। दरअसल, पालघर के नालासोपारा में सामूहिक रेप की घटना हुई है। पुलिस के मुताबिक, 17 वर्षीय लड़की के साथ कथित सामूहिक बलात्कार करने वाले आरोपी उसे सुनसान जगह पर ले गए, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, सोनू नाम का शख्स लड़की को घुमाने के बहाने से एक सुनसान जगह पर ले गया, जहाँ उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर उसके साथ बलात्कार किया। पीड़ित लड़की ने घर जाकर अपने माता-पिता को यह घटना बताई।
दो आरोपी गिरफ्तार
पीड़िता ने जब पूरे प्रकरण के बारे में अपने परिजनों को बताया तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। मामले की जानकारी देते हुए वरिष्ठ निरीक्षक शैलेंद्र नागरकर ने बताया कि तुलिंज पुलिस ने शुक्रवार को भारतीय न्याय संहिता पोक्सो के तहत दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बदलापुर में यौन शोषण
बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिगों के साथ कथित यौन उत्पीड़न मामले के सामने आने के बाद से महाराष्ट्र में लोग बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध में विपक्ष के नेता भी उतरे हुए हैं जिन्होंने सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने दो बच्चों के यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट पुलिस को अधिनियम के तहत अनिवार्य नहीं करने के लिए स्कूल प्राधिकरण के खिलाफ POCSO अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने शुक्रवार को घोषणा की कि नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाने के लिए बीएमसी के शिक्षा प्रभारी अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है और ठाणे के शिक्षा अधिकारी को बदलापुर घटना की समय पर रिपोर्ट नहीं करने के कारण निलंबित कर दिया गया, जिससे त्वरित कार्रवाई नहीं हो सकी।