कोलकाता: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को चिकित्सा प्रतिष्ठान में 'वित्तीय गड़बड़ी' के आरोप में गिरफ्तार किया। घोष को सीबीआई की विशेष अपराध शाखा कार्यालय से सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ले जाया गया है। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब केंद्रीय एजेंसी ने घोष के कार्यकाल के दौरान अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में एफआईआर में उनका नाम दर्ज किया है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर दर्ज अपनी प्राथमिकी में जांच एजेंसी ने घोष और कोलकाता स्थित तीन निजी संस्थाओं - मा तारा ट्रेडर्स, मध्य झोरेहाट, बानीपुर, हावड़ा; ईशान कैफे, 4/1, बेलगछिया और खामा लौहा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने 25 अगस्त को भ्रष्टाचार के मामलों के सिलसिले में घोष के कोलकाता स्थित बेलियाघाटा आवास पर एक दिन की तलाशी ली थी। एजेंसी 9 अगस्त की सुबह सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की भी जांच कर रही है।
प्रवर्तन निदेशालय ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इसके पूर्व प्राचार्य और कुछ अन्य के कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए धन शोधन का मामला भी दर्ज किया है। गौरलतब है कि हाल ही में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी थी।