शाहरुख खान की फिल्म जीरो 21 दिसंबर को पर्दे पर रिलीज हो गई है। ऐसे में फिल्म को बहुत ज्यादा अच्छे रिव्यू तो मिले हैं नहीं। बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की बात करें तो फिल्म ने वीकेंड में भी निराश ही हासिल की है।
तरण आदर्श के मुताबिक शुक्रवार को पहले दिन फिल्म की कमाई 20.14 करोड़, शनिवार को 18.22 करोड़, रविवार को 20.71 करोड़ कमाई हुई. इस तरह फिल्म ने अब तक भारत में 59.07 करोड़ कमाए हैं। मतलब साफ है कि फिल्म लागत से काफी पीछे होती जा रही है।
वहीं, जीरो ने पहले दिन करीब 20 करोड़ का कलेक्शन किया है। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने साफ कर दिया इसके बाद भी शाहरुख कमाई के मामले में सलमान खान की फिल्म रेस-3 और आमिर खान की फिल्म ठग्स ऑफहिंदोस्तान से ओपनिंग डे की कमाई के मामले में पिछड़ गए हैं। 'रेस-3' ने पहले दिन करीब 27 करोड़ कमाए थे तो वहीं 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' ने तो सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए पहले दिन ही करीब 52 करोड़ की कमाई कर ली थी। जबकि जीरो ने केवल 20 करोजड के आसपास की कमाई कर पाई है।
जीरो की कहानी
जीरो कहानी उत्तर प्रदेश के मेरठ के चार फुट और दो इंच के बउआ सिंह (शाहरुख खान) की है। बउआ सिंह की उम्र 39 साल हो गई है। लेकिन उनके बौने होने चलते वह अपनी जिंदगी में एक मसखरा बनकर रह गए हैं। तभी उन्हें एक लड़की की तस्वीर अच्छी लग जाती है। संयोग से वह लड़की आफिया (अनुष्का शर्मा) भी अपने मां-बाप की स्पेशल चाइल्ड है।
लेकिन शारीरिक तौर पर विकलांग आफिया का दिमाग बड़ा ही दुरुस्त है। वह मार्श मिशन पर रॉकेट भेजने की तैयारी कर रही होती है। लेकिन उसे बौने और दसवीं फेल बउआ सिंह की गंवारपन अच्छा लगता है। दिल्ली के आलिशान होटल इंपीरियल में दोनों का शारीरिक संबंध बन जाता है। लेकिन बउआ सिंह यही से मेरठ भाग आता है।
बाद अपने पिता अशोक (तिग्मांशु धूलिया) के दबाव में वह शादी के लिए तैयार होता है, लेकिन बॉलीवुड अभिनेत्री बबिता कुमारी (कैटरीना कैफ) से मिलने चक्कर में वह शादी से भाग जाता है। एक नाटकीय और अविश्वनीय तरीके से वह बबिता कुमारी के बेड तक जगह पा जाता है। लेकिन प्यार का इजहार करने पर बबिता उसे जलील कर के अपने यहां से भगा देती है।
तब बउआ सिंह को दोबारा आफिया की याद आती है। वह अपने दोस्त गुड्डू (मोहम्मद जीशान अयूब) के आफिया से मिलने अमेरिका चला जाता है। आफिया वहां उसे देखते ही गोली चला देती है, लेकिन आफिया के हिलते हाथ से निशाना चूक जाता है।
बउआ सिंह तब वहां खुद को बचाने के लिए एक दुधमुंही बच्ची का सहारा लेता है, लेकिन जब उसे यह पता चलता है जिसे अपने गोंद में उठा रखा है वह उसकी अपनी बच्ची है तो दिमाग फिर जाता है। यहां से जीरो, बउआ सिंह एक दिन भारत का सबसे ज्यादा चर्चा पाने वाला शख्स बनता है।
फिल्म के क्लाइमेक्स में करीब आधे का मिशन-मार्श है। निर्देशक चाहते हैं इस हिस्से की कहानी दर्शकों को ना बताई जाए। इसलिए आपको इसके कहानी सिनेमाघर में देखनी होगी। क्या बउआ सिंह, दोबारा आफिया के प्यार को जीत पाएगा? आनंद एल राय ऐसी जगहों पर शादी को ले आते और मंडप तक बात जाती है। इस बार उन्होंने फेरे शुरू कराने के बाद शादी तुड़वाई है। किसकी? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।