सेंसर बोर्ड चीफ और गीतकार प्रसून जोशी को 27 जनवरी को जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल शामिल होना था लेकिन वह इसमें हिस्सा लेने नहीं गए। इसकी वजह संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत बताई जा रही है। पद्मावत का विरोध कर रहे करणी सेना ने प्रसून जोशी को जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में शामिल न होने की धमकी दी थी।
प्रसून जोशी ने फेस्टिवल में शामिल न होने की बात पर कहा कि वे नहीं चाहते थे कि उनकी वजह से फेस्टिवल में शामिल होने वाले लोगों और आयोजकों को किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़े। उन्होंने आगे कहा, 'मैं इस बार जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में भाग नहीं ले पा रहा हूं। साहित्य और कविता के प्रेमियों के साथ इस फेस्टिवल में चर्चा और विचार विमर्श इस वर्ष न कर पाने का दुःख मुझे रहेगा, पर मैं नहीं चाहता कि मेरे कारण साहित्य प्रेमियों, आयोजकों और वहां आए अन्य लेखकों को कोई भी असुविधा हो और आयोजन अपनी मूल भावना से भटक जाए।
उन्होंने कहा, "रही बात फिल्म से जुड़े विवादों की, तो यहां मैं एक बार फिर यह कहना चाहता हूं कि फिल्म 'पद्मावत' को..नियमों के अंतर्गत सुझावों को जहां तक संभव हो सम्मिलित करते हुए, सकारात्मक सोच के साथ, भावनाओं का सम्मान करते हुए ही प्रमाणित किया गया है, ये पूरी निष्ठा से एक संतुलित और संवेदनशील निर्णय का प्रयास है।"
प्रसून ने आगे कहा, "अब थोड़ा विश्वास भी रखना होगा। विश्वास एक-दूसरे पर भी और हमारी स्वयं की बनाई प्रक्रियाओं और संस्थाओं पर भी। विवादों की जगह विचार-विमर्श को लेनी होगी, ताकि भविष्य में हमें इस सीमा तक जाने की आवश्यकता न पड़े।"