बदरंग हो चुकी इस दुनिया को प्रेम के रंग में रंग देने की क्षमता केवल दो ही माध्यमों में है। एक है संगीत और दूसरा है खेल! ...लेकिन खेल में तो राजनीति घुसी ही है, इस दुनिया में राजनीति का खेल भी खूब चल रहा है।
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पीएम नरेंद्र मोदी एक ऐसे नेता हैं, जो रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी बात कर सकते हैं और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी संवाद कर सकते हैं। इसलिए दुनिया को उनसे उम्मीदें भी हैं।
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तवांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच जो मामूली मुठभेड़ हुई है, वह क्या इस लायक थी कि उस पर हमारी संसद के कई घंटे बर्बाद किए जाएं? सीमा-क्षेत्रों में ऐसी फौजी झड़पें अक्सर होती ही रहती हैं। उन्हें तिल का ताड़ बनाने का तुक आखिर क्या है?
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यह परियोजना करीब 35 साल पहले गंगा कार्ययोजना के रूप में शुरू हुई थी। तबसे इस पर सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। नरेंद्र मोदी ने गंगा की चिंता वाराणसी से 2014 में लोकसभा का प्रत्याशी बनने के साथ जताई थी।
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सरकार द्वारा नशे के कारोबारियों पर तो कठोर कार्रवाई होनी ही चाहिए, लेकिन जो लोग नशे का सेवन करते हैं और इससे पीड़ित हैं उनके प्रति उनके परिवार और समाज को सहानुभूति रखनी चाहिए।
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अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लेने के बाद उदारवादी शासन का वादा किया था लेकिन धीरे-धीरे तालिबान प्रशासन पुराने ढर्रे पर लौट रहा है. महिलाओं के अधिकारों और देश में उनकी आजादी के साथ मानवाधिकारों का हनन शुरू कर दिया गया है.
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भाजपा की निगाह विपक्ष के मुकाबले कहीं अधिक और कहीं पहले से 2024 के लोकसभा चुनावों पर टिक चुकी है. वह मतदाताओं को संदेश देना चाहती है कि वे स्थानीय समस्याओं से परे जाकर राष्ट्रीय और एक हद तक अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दें. आख
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आपको बता दें कि चीन में कोविड-19 महामारी के नए स्वरूप ने यह साबित कर दिया है कि कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है अैर वह नए-नए स्वरूप के साथ दुनिया को कभी भी अपनी चपेट में ले सकता है।
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24 दिसंबर से 3 जनवरी तक राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा में नौ दिनों के लंबे ब्रेक ने सभी को चौंका दिया है. पार्टी में किसी को कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है.
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