प्रभु हनुमानजी की प्रतिमा के सामने रतलाम में क्या हुआ? इसका जवाब जिम्मेदारों को देना था. यथा समय क्षमा अर्चना की जानी चाहिए थी. लेकिन मद में चूर धनबल से पार्टी पर कब्ज़ा जमा कर बैठे लोगों ने क्या किया? ...
स्वास्थ्य क्षेत्र में नर्सों के योगदान को सम्मानित करने एवं उनके कार्यों की सराहना करने के लिए हर साल 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. ...
भारतीय राजनीति में बाहुबली सार्वजनिक जीवन के अपराधीकरण की शीर्ष उपलब्धि है. बाहुबली जातिगत और धार्मिक समुदाय के समर्थन के दम पर खड़ा होता है. अपने समुदाय में उसकी छवि हीरो की होती है. पार्टियों और नेताओं को लगता है कि अमुक बाहुबली के समर्थन का मतलब ...
अक्सर कहा जाता है कि यह संसार शब्दात्मक है. इस अर्थ में यह सही है कि मानव व्यवहार के निजी और सामाजिक दायरों में आने वाले लगभग हर व्यवहार में भाषा की अहम भागीदारी होती है. हमारा समूचा ज्ञान, शिक्षण, संचार और अमूर्तन आदि का काम करने में भाषा ही प्रमुख ...
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह अगर समय से चेत जाते और अपने राजनीतिक हित के बजाय सामाजिक सद्भाव को ज्यादा महत्व देते तो हालात इस तरह बेकाबू शायद न हो पाते. ...
कर्नाटक में दिलचस्प बात देखने को मिली. भाजपा को जब यह महसूस हुआ कि दिग्गज लिंगायत नेता येदियुरप्पा की मदद के बिना पार्टी चुनावी लड़ाई नहीं लड़ पाएगी तो पार्टी ने 75 साल में रिटायरमेंट वाली नीति में बदलाव किया और येदियुरप्पा को सर्वशक्तिमान संसदीय बोर ...
यह विडंबना है कि कार्यपालिका भी उन सामंती बाहुबलियों के सामने सिर झुकाती है। मौजूदा नौकरशाही में गलत के सामने सच बोलने का साहस नहीं रहा। मैंने देखा है कि अच्छे और ईमानदार अफसरों से सामंती प्रवृत्ति वाले राजनेता भी खौफ खाते थे। ...
टारबॉल काले-भूरे रंग के ऐसे चिपचिपे गोले होते हैं जिनका आकार फुटबॉल से लेकर सिक्के तक होता है. ये समुद्र तटों की रेत को भी चिपचिपा बना देते हैं और इनसे बदबू तो आती ही है. ...
कर्नाटक में कल चुनाव है. यह भी दिलचस्प है कि 1977 में जब पहली बार कांग्रेस केंद्र की सत्ता से बेदखल हुई और इंदिरा गांधी तक रायबरेली से लोकसभा चुनाव हार गईं, तब उन्हें कर्नाटक ने ही सहारा दिया था. ...
पिछड़ी जातियों ने कांग्रेस का साथ साठ के दशक में छोड़ना शुरू किया था. उत्तर भारत में यह प्रक्रिया बेरोकटोक चलती रही. कांग्रेस ने भी इसकी परवाह नहीं की. यादवों को समाजवादी खींच ले गए, और लोधियों-काछियों को तत्कालीन जनसंघ ने अपनी तरफ कर लिया. हां, दक्षिण ...