PM Narendra Modi: जब कार्यकर्ता ‘मोदी सरकार जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे, तब उन्होंने बार-बार कहा कि यह एनडीए की जीत है और देश को ‘सर्वसम्मति’ से चलाने की बात दोहराते रहे. ...
बाल श्रम किसी भी मुल्क के माथे पर सामाजिक कलंक जैसा होता है। सन् 2002 में इस बुराई के विरुद्ध प्रतिवर्ष 12 जून के दिन अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की पहल पर 'विश्व बालश्रम निषेध दिवस' मनाना आरंभ हुआ। ...
Lok Sabha Elections 2024: नेहरू और मोदी में गणित का अंतर है. नेहरू ने 1952, 1957 और 1962 का चुनाव लगभग दो-तिहाई बहुमत से जीता था, पर भाजपा तीसरी बार अपने दम पर बहुमत नहीं पा सकी और सरकार बनाने के लिए सहयोगियों का साथ लेना पड़ा है. ...
पिछले महीने भारत के उत्तरी और मध्य भागों में 26 मई से 29 मई के बीच एक अभूतपूर्व लू का प्रकोप देखने को मिला। नई दिल्ली में तापमान का एक रिकॉर्ड स्तर, 49.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ...
चुनाव को विफल करने के लिए कश्मीर में आतंकवादी लगातार सक्रिय थे लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो सके और वोट के जरिये कश्मीर की जनता ने साफ संदेश दे दिया कि वह शांति तथा विकास का रास्ता पसंद करती है और अब राज्य में आतंकवाद के लिए कोई स्थान नहीं है. ...
2014 और 2019 में अकेले दम बहुमत मिल जाने के बावजूद भाजपा ने सहयोगी दलों के साथ एनडीए सरकार बनाई थी, पर इस बार बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें पीछे छूट जाने के चलते गठबंधन सरकार मजबूरी बन गई। ...
भारत के लोग उम्मीद कर सकते हैं कि संसद और संविधान की सर्वोच्चता का सभी दल सम्मान करेंगे। बीते दिनों मैंने इसी पृष्ठ पर लिखा था कि भारी बहुमत वाला एकतरफा जनादेश किसी भी गणतंत्र के लिए खतरे से खाली नहीं होता। पक्ष हमेशा बहुमत पर गर्वोन्मत्त रहता है और ...
दरअसल इन दिनों परीक्षा कोई भी हो, गड़बड़ी की अपनी जगह बनी रहती है। चाहे मामला शिक्षक चयन परीक्षा का हो या फिर मेडिकल-इंजीनियरिंग प्रवेश का, सभी धांधलियों की शिकार हैं। ...
महायुति की तुलना में महाविकास आघाड़ी ने आरंभ से ही सूझबूझ और संयम का परिचय दिया, जिसका लाभ उन्हें पहले ही दौर से मिला। उन्हें विदर्भ से लेकर पश्चिम महाराष्ट्र तक आपसी तालमेल और परिस्थिति का काफी आसानी के साथ अनुमान लगा, जिससे सामने आए परिणामों के प्र ...