नफरत की चिंगारी फेंकना बड़ा आसान होता है लेकिन धधकती आग को बुझाना आसान नहीं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हर मस्जिद में शिवलिंग ढूंढ़ने की प्रवृति को गलत ठहराकर भारत को शांति और विकास के पथ पर ले जाने का एक पवित्र मंत्र दिया है. ...
भ्रष्टाचार के आरोप बहुत लगे हैं, लगते रहे हैं और कई मंत्रियों को पद भी छोड़ना पड़ा है लेकिन किसी मुख्यमंत्री ने खुद जांच-पड़ताल की हो और सबूत जुटाकर मंत्री को बर्खास्त कर दिया हो और पुलिस के हवाले भी कर दिया हो, ऐसी कोई दूसरी घटना याद नहीं आती. ...
उदयपुर के शिविर में भाग लेने के लिए राहुल गांधी यदि ट्रेन से पहुंचे तो उद्देश्य स्पष्ट था कि वे लोगों से कनेक्ट करना चाहते थे। सुबह पांच बजे तक हर स्टेशन पर उनका स्वागत हो रहा था और वे कार्यकर्ताओं से मिल भी रहे थे। यह अच्छी बात है लेकिन उदयपुर की स् ...
जिस देश की बुनियाद में सहिष्णुता हो, जिस देश ने ‘सर्वे भवंतु सुखिन:’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का सूत्र रचा वहां नफरत कैसे पनप सकती है. सृष्टि को बचाने के लिए भगवान शिव के विष पी लेने की पौराणिक मान्यता वाले देश में लोग दूसरों के प्रति इतने निर्दयी क्य ...
पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में शामिल क्यों नहीं किया जा रहा है? मोटे तौर पर देखें तो पेट्रोल-डीजल पर औसतन 46 प्रतिशत तक टैक्स होता है. एक देश में एक टैक्स प्रणाली होनी चाहिए. केंद्र और राज्य मिलाकर जितना भी टैक्स लेना है एक बार ले लें. ...
भारत दुनिया में अपनी स्वतंत्र और दृढ़ छवि बनाए रखने में कामयाब रहा है. किसी देश की आज जुर्रत नहीं कि उसकी उपेक्षा कर दे. ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के भारत दौरे से भी यही साबित हुआ. ...
महापुरुषों और दिव्य विभूतियों के पूजन और स्मरण के आयोजन तो आज बड़े-बड़े और भव्य होने लगे हैं लेकिन हकीकयत यह है कि सद्विचारों के लिए कोई जगह दिखाई नहीं देती. बहुत से आयोजनों को राजनीति ने अपना शिकार बना लिया. ...