सुरेश पिछले 30 सालों से जम्मू कश्मीर से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। देश के कई प्रतिष्ठित दैनिकों के लिए काम करते रहे हैं। जम्मू कश्मीर से संवाददाता पद पर कार्यरत हैं। वे वास्तु, अंकशास्त्र व ज्योतिष के भी जानकार हैं।Read More
पहले ही एक माह पूर्व कश्मीर के कई गांवों से सेब के बागानों में से सेब के पेड़ों को ही काट कर ले जाने की चोरी को अभी तक सुलझाया नहीं जा सका था। नई चोरी ने अब कश्मीरियों को मजबूर किया है कि आतंकी खतरे के बीच वे अपने सेब के बागानों की आप ही रक्षा करें। ...
पहले सर्दियों में आने वालों की संख्या बहुत ही कम होती थी। भयानक सर्दी तथा अव्यवस्थाओं के चलते लोग सर्दियों के स्थान पर साल के अन्य महीनों में भी गुफा के दर्शनार्थ आते थे। इस साल पहले 9 माह यानी सितंबर तक कुल 7325298 श्रद्धालु पहुंचे थे। ...
जम्मू कश्मीर के लोगों की बदकिस्मती है कि प्रदेश में हजारों मेगावाट बिजली उत्पादन के बावजूद उन्हें सर्दी और गर्मी में बिजली कटौती के भयानक दौर से गुजरना पड़ रहा है। ...
जम्मू कश्मीर में पिछले 33 महीनों के भीतर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत जो इलाज किए गए उनमें सबसे बड़ी बीमारी गॉल-ब्लैडर से जुड़ी हुई थी। ...
द्रास स्थित प्रशासनिक अधिकारी मानते हैं कि चीन सीमा पर सैनिकों की तैनाती की कवायद में ही जुटे रहने के कारण वे करगिल व द्रास के नागरिकों के लिए सर्दी में की जाने वाली तैयारियां ही आरंभ नहीं कर पाए। ...
बर्फ से जमी हुई धरती के नीचे आलू को दफनाने की कालातीत तकनीक आने वाले कई महीनों तक उनके संरक्षण और उपयोगिता को सुनिश्चित करती है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह प्राचीन भंडारण विधि गुरेज के लिए नई नहीं है। ...