झारखंड में आदिम जनजातियों की संख्या कम होने के आंकड़े बेहद चौंकाते हैं जो कि सन् 2001 में तीन लाख 87 हजार से घट कर सन् 2011 में दो लाख 92 हजार रह गई. ...
यह सरकारी आंकड़ा भयावह है कि गत बीस सालों में देश में सीवर सफाई के दौरान 989 लोग जान गंवा चुके हैं। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की रिपोर्ट कहती है कि सन् 1993 से फरवरी 2022 तक देश में सीवर सफाई के दौरान सर्वाधिक लोग तमिलनाडु में 218 मारे गए। ...
जनवरी 2020 में केंद्र सरकार, त्रिपुरा व मिजोरम सरकार और ब्रू आदिवासियों के बीच हुए चतुष्पक्षीय समझौते से उनकी स्थायी बसावट की जब बात शुरू हुई तो त्रिपुरा में उन्हें स्थायी रूप से बसाने की बात पर कुछ स्थानीय लोगों ने सड़कों पर उतर कर हिंसक प्रदर्शन कि ...
तेल रिसाव का सबसे प्रतिकूल प्रभाव समुद्र के जल तापमान में वृद्धि है जो कि जलवायु परिवर्तन के दौर में धरती के अस्तित्व को बड़ा खतरा है. इसकी सबसे बड़ी मार सबसे पहले समुद्री जीव जगत पर पड़ती है. ...
जंगल या पेड़ वातावरण में कार्बन की मात्रा को संतुलित करने भर का काम करते हैं, वे न तो कार्बन को संचित करते हैं और न ही उसका निराकरण। दो दशक पहले कनाडा में यह सिद्ध हो चुका था कि वहां के जंगल उल्टे कार्बन उत्सर्जित कर रहे थे। ...
यह हमारे लिए चिंता की बात है कि देश के एक-चौथाई हिस्से पर आने वाले सौ साल में मरुस्थल बनने का खतरा आसन्न है। अंधाधुंध सिंचाई व जमकर फसल लेने के दुष्परिणाम की बानगी पंजाब है, जहां दो लाख हेक्टेयर जमीन देखते ही देखते बंजर हो गई। ...
देश में विकास का पैमाना ही जब सड़क, पक्के निर्माण, ब्रिज आदि हो गए हैं और इन पर बेशुमार धन व्यय भी हो रहा है, तो फिर इनके निर्माण गुणवत्ता पर लापरवाही क्यों हो रही है? ...
पत्थरों की चोरी की शिकायत हरियाणा के सभी जिलों में है. खनन माफिया की नजर दक्षिण हरियाणा में अरावली पर्वत श्रृंखला पर है लेकिन सबसे अधिक ध्यान गुरुग्राम, फरीदाबाद एवं नूंह इलाके पर है. ...