2014 से लेकर अब तक मोदी चार बार रूस की यात्ना कर चुके हैं, लेकिन इस यात्ना का महत्व सबसे अलग था. मोदी इस यात्ना में पूरी तैयारी से गए थे और रूस ने उसके समानांतर जवाबी तैयारी की थी. ...
2018 तक 3 साल में राज्य के 3.29 करोड़ लोगों ने नागरिकता साबित करने के लिए 6.5 करोड़ दस्तावेज भेजे. इसमें 62 हजार कर्मचारी 4 साल से लगे थे. पहली सूची 2017 और दूसरी 2018 में प्रकाशित हुई थी. ...
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद पाकिस्तान ने जिस तरह से अपनी विदेश नीति को पूरी तरह भारत के खिलाफ झोंक दिया है, उसमें दुनिया के एक हिस्से की नजर इस कारण भी थी कि मोदी वहां उपस्थित नेताओं से क्या बात करते हैं और नेतागण कश्मीर और भारत पर ...
स्वतंत्नता दिवस पर प्रधानमंत्नी इमरान खान पाक अधिकृत कश्मीर पहुंचे एवं वहां की विधानसभा में भाषण दिया. उनके आने के पहले से कई मंत्नी वहीं थे. विदेश मंत्नी कसूरी ने एक पत्नकार वार्ता भी आयोजित की. जिन लोगों को नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से ...
इस तरह के असभ्य और हिंसक विरोध प्रदर्शनों की मिसाल शायद ही मिले. इनकी ओर से जूते, अंडे, पत्थर, जमे हुए पानी की बोतलें, शीशे की बोतलें, टमाटर, आलू, रंग और न जाने किन-किन सामानों से हमला किया जाने लगा. ...
वर्षों पहले अमेरिका सहित पश्चिमी देशों और एशिया में जापान ने अपने यहां शिक्षा के माध्यम से लोगों में यह भाव पैदा किया और उनके यहां जनसंख्या नियंत्रित रही. हमारे यहां भी इसकी कोशिशें हुईं और यह कहना गलत है कि इसका प्रभाव नहीं पड़ा. ...
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने और दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद पाकिस्तान की तिलमिलाहट भरी प्रतिक्रियाओं और उसके द्वारा लिए गए फैसले पर किसी को आश्चर्य नहीं हुआ है ...
राष्ट्रपति के इस आदेश को साधारण बहुमत से पारित कर सकते हैं. ऐसा पहली बार नहीं हुआ. इसके पहले कांग्रेस पार्टी 1952 में और 1962 में धारा 370 में इसी तरीके से संशोधन कर चुकी है. उसी रास्ते पर यह हुआ है. इस तरह इसको असंवैधानिक कहना गलत है. ...