लाइव न्यूज़ :

Trump, Zelensky meet in Rome: व्हाइट हाउस में बहस के बाद रोम में मिले डोनाल्ड ट्रंप-वोलोदिमीर जेलेंस्की, इन मुद्दे पर चर्चा, देखें वीडियो

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 26, 2025 19:15 IST

Trump, Zelensky meet in Rome: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रोम पहुंचे हैं।

Open in App
ठळक मुद्देफ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से कुछ ही दूरी पर अग्रिम पंक्ति में बैठे नजर आए।फ्रांसिस के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए तथा बेसिलिका में दफनाया गया।व्हाइट हाउस और जेलेंस्की के कार्यालय दोनों ने इसकी पुष्टि की।

Trump, Zelensky meet in Rome: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार से पहले शनिवार को मुलाकात की और रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी। व्हाइट हाउस के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच चर्चा ‘‘बहुत सकारात्मक’’ रही और बाद में और अधिक विवरण जारी किए जाएंगे। वेटिकन के सेंट पीटर बेसीलिका के अंदर यह बैठक लगभग 15 मिनट तक हुई। अंतिम संस्कार के बाद जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर कहा ‘‘अच्छी मुलाकात’’ हुई। हमने लोगों की जान की रक्षा करना, पूर्ण और बिना शर्त युद्धविराम, विश्वसनीय और स्थायी शांति आदि पर चर्चा की और अच्छे नतीजों की उम्मीद है।’’ ट्रंप ने दोनों पक्षों पर युद्धविराम के लिए सहमत होने का दबाव बनाया है।

उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने शुक्रवार को मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी और ट्रंप ने कहा कि दोनों पक्ष ‘‘समझौते के बहुत करीब हैं।’’ पुतिन, फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए क्योंकि उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन पर युद्ध अपराधों का आरोप है। इस बीच कीव में स्थानीय अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि यूक्रेन में रूस ने रात भर हमले किए जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है।

ये हमले ऐसे वक्त हुए जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की ने वेटिकन सिटी में मुलाकात कर रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रोकने पर चर्चा की। स्थानीय गवर्नर वादिम फिलाशकिन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया की यूक्रेन के पूर्वी दोनेत्स्क क्षेत्र के यारोवा शहर में हुए हमले में दो लोगों की मौत हो गई।

पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में दुनिया भर के शीर्ष नेता, आम कैथोलिक बड़ी संख्या में शामिल हुए

पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में विश्व नेताओं और कैथोलिक अनुयायियों ने बड़ी संख्या में एकत्र होकर शनिवार को उन्हें अंतिम विदाई दी। इस कार्यक्रम में पोप के रूप में फ्रांसिस की प्राथमिकताएं और पादरी के रूप में उनकी इच्छाएं प्रतिबिंबित हुईं। कई देशों के राष्ट्रपति और राजकुमार ‘सेंट पीटर्स स्क्वायर’ में फ्रांसिस के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए तथा बेसिलिका में उन्हें दफनाया जाएगा।

करीब 2,50,000 लोग अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां बड़ी संख्या में युवा मौजूद थे। शायद यही वजह है कि इस कार्यक्रम में माहौल गंभीर नहीं था। और जब प्रार्थना सभा के आरंभ में फ्रांसिस के साधारण ताबूत को सेंट पीटर्स बेसिलिका से बाहर लाया गया तो शोक संतप्त लोग मोबाइल फोन से ‘सेल्फी’ ले रहे थे।

कॉलेज ऑफ कार्डिनल के डीन, कार्डिनल जियोवानी बतिस्ता रे (91) ने पोप फ्रांसिस की प्रशंसा करते हुए उन्हें आम लोगों का पोप बताते हुए कहा कि वह ऐसे पादरी थे जो अनौपचारिक एवं सहज शैली में ‘‘हमारे बीच सबसे कमजोर’’ लोगों से संवाद करना जानते थे। रे ने फ्रांसिस को ‘‘लोगों के बीच रहने वाला पोप एवं सभी के लिए खुले दिल वाला’’ बताया।

उन्होंने कहा कि फ्रांसिस की जो आखिरी छवि कई लोगों के मन में है, वह ईस्टर रविवार को आशीर्वाद देने और उसी ‘स्क्वायर’ में पोपमोबाइल (पोप का वाहन) से सलामी देने की है, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने जब प्रवासियों के लिए फ्रांसिस द्वारा निरंतर जताई गई चिंता को याद किया, तो भीड़ ने उनकी सराहना की।

रे ने पोप का अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर जाना और यूनान के लेस्बोस में शरणार्थी शिविर की यात्रा करना तथा 12 प्रवासियों को अपने साथ घर लाने का उल्लेख किया। रे ने कहा, ‘‘उनके मिशन का सूत्र वाक्य यह विश्वास भी था कि चर्च सभी के लिए एक घर है, एक ऐसा घर जिसके दरवाजे हमेशा खुले हुए हैं।’’

फ्रांसिस ने कमजोर लोगों पर ध्यान दिया था, लेकिन उनके अंतिम संस्कार में शक्तिशाली लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर मौजूद थे।

कार्यक्रम में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राजकुमार विलियम और यूरोपीय संघ के नेताओं सहित 160 से अधिक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल मौजूद थे। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली और फ्रांसिस के बीच भले ही खास मेल जोल नहीं था लेकिन पोप की राष्ट्रीयता के कारण माइली को गौरवपूर्ण स्थान दिया गया।

सेंट पीटर्स बेसिलिका से फ्रांसिस के ताबूत को स्क्वायर में वेदी के सामने लाने के लिए जुलूस की शुरुआत के संकेत के तौर पर घंटियां बजाई गईं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सहित गणमान्य व्यक्ति वेदी के एक तरफ बैठे थे और लाल वस्त्र धारण किए कार्डिनल दूसरी ओर बैठे थे।

ट्रंप और जेलेंस्की ने अंतिम संस्कार के दौरान निजी तौर पर मुलाकात की। अंतिम संस्कार वेटिकन में नौ दिवसीय आधिकारिक शोक अवधि की शुरुआत का प्रतीक है। फ्रांसिस ने पिछले साल वेटिकन की परंपराओं और रीति-रिवाजों में बदलाव कर उन्हें सरल बनाते समय अपने अंतिम संस्कार कार्यक्रम को लेकर अपनी इच्छा बताई थी।

वेटिकन ने कहा कि उनका उद्देश्य पोप की भूमिका को केवल एक पादरी के रूप में दिखाना था, न कि ‘‘इस दुनिया के एक शक्तिशाली व्यक्ति’’ के रूप में। शुक्रवार रात पोप के ताबूत में रखे गए उनके जीवन के आधिकारिक आदेश के अनुसार, फ्रांसिस ने पोप के रूप में 12 साल में अपने पद के संबंध में आमूलचूल सुधार किए और पादरियों के सेवक होने पर जोर दिया।

उन्होंने 2013 में अपने चयन के कुछ ही दिन बाद इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया था। सेंट पीटर्स स्क्वायर के आस-पास की सड़कों पर विशाल टेलीविजन स्क्रीन लगाई गईं ताकि लोग पोप के अंतिम संस्कार कार्यक्रम को देख सकें। फ्रांसिस के ताबूत को उस पोपमोबाइल में रखा गया जिसका इस्तेमाल उन्होंने 2015 में फिलीपीन की अपनी यात्रा के दौरान किया था। इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए।

टॅग्स :डोनाल्ड ट्रंपवोलोदिमीर जेलेंस्कीयूक्रेनअमेरिकाPope Francis
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारदोहाः राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे मुकेश अंबानी, राजकीय रात्रिभोज में शामिल

विश्वभारतीय मूल के अमेरिकी छात्र की बहामास में मौत, जानें क्या है पूरा मामला?

विश्वट्रंप ने कतर के लग्जरी विमान उपहार का किया समर्थन, कहा- "कोई मूर्ख ही इसे ठुकरा सकता है..."

कारोबारIndia-Pakistan ceasefire Updates: पाक ही नहीं, चीन पर भी आर्थिक प्रहार जरूरी, नवीनतम आंकड़ों देखिए

विश्वट्रम्प ने अपने बयानों से कराई किरकिरी, पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश प्रसारित होने से पहले डोनाल्ड ने वीडियो संदेश क्यों जारी कर दिया?

विश्व अधिक खबरें

विश्वचीन का ग्लोबल टाइम्स का एक्स अकाउंट बहाल, भारत ने पहले किया था बैन

विश्वभारत ने 'X' पर चीन के ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ को किया ब्लॉक, जानें वजह

विश्वभारत-पाकिस्तान सीज़फायर के बाद चीनी रक्षा कंपनियों का बैठा भट्टा, शेयरों में 9 फीसदी की गिरावट

विश्वStudy: पृथ्वी पर कब होगी जीवन की समाप्ति? वैज्ञानिकों ने बताई सटीक तारीख

विश्वबलूचिस्तान की आजादी कितनी दूर?, बहुत कमजोर हालात में पाकिस्तान, बलूचों को मिलेगा फायदा