Pakistan Election Result 2024 Live: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में मतगणना जारी है। गुरुवार को हुए राष्ट्रीय चुनाव के बाद पाकिस्तान में वोटों की गिनती हो रही है। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) को मतदान अधिकारियों को देर रात चेतावनी जारी करनी पड़ी और उनसे मतदान बंद होने के दस घंटे बाद भी तुरंत परिणाम जारी करने का आग्रह किया गया। पाकिस्तान का राजनीतिक परिदृश्य मुख्य रूप से तीन प्रमुख दलों के बीच है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) है। 336 सीटों वाली नेशनल असेंबली में 266 उम्मीदवार प्रत्यक्ष मतदान के माध्यम से चुने जाते हैं, जबकि शेष 70 सीटें आरक्षित हैं। इन आरक्षित सीटों में से 60 महिलाओं के लिए और 10 गैर-मुसलमानों के लिए नामित हैं। साधारण बहुमत हासिल करने के लिए न्यूनतम 133 सीटों की आवश्यकता होती है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने जीत हासिल की। लाहौर के एनए-123 सीट पर जीत हासिल की। 171024 वोट से जीत गए।
जेल में बंद इमरान खान के नेतृत्व वाली पीटीआई पार्टी द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार पीएमएल-एन ने पांच संसदीय सीटों पर विजयी हुए। बिलावल भुट्टो-जरदारी के नेतृत्व वाली पीपीपी सुबह 9 बजे तक केवल तीन सीटें जीतने में कामयाब रही और पीएमएल-एन और पीटीआई दोनों से पीछे रही। मतगणना प्रक्रिया पूरी रात जारी रहने के कारण शुक्रवार सुबह तक स्पष्ट चुनावी परिदृश्य सामने आने की उम्मीद है।
अभी तक हुई गणना के अनुसार, चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराए गए और जेल में बंद इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने आश्चर्यजनक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में हैं और उनके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध है। खान (71) की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रत्याशी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि देश के उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का 'बल्ला' से वंचित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले को बरकरार रखा है।
मतदान बृहस्पतिवार शाम पांच बजे तक हुआ लेकिन ईसीपी ने पहले आधिकारिक परिणाम की घोषणा 10 घंटे बाद शुक्रवार देर रात तीन बजे की। इस देरी को लेकर कई लोगों ने चिंता व्यक्त की और नतीजों में हेरफेर किए जाने की आशंका जताई। ईसीपी ने अब तक आधिकारिक तौर पर खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) विधानसभा की केवल चार सीट के नतीजे घोषित किए हैं और इन सभी सीट पर पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है।
आयोग ने नेशनल असेंबली (एनए) या अन्य प्रांतों का एक भी परिणाम अपनी वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया है लेकिन निजी मीडिया चैनलों ने दिखाया कि पीटीआई समर्थित उम्मीदवार आगे हैं। ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार के अनुसार, पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने छह एनए सीट जीती हैं जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने चार और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने तीन सीट जीती हैं। ‘बीबीसी उर्दू’ ने बताया कि ‘पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों और पीएमएल-एन ने चार-चार सीट और पीपीपी ने तीन सीट जीतीं।
‘डॉन’ समाचार पत्र के अनुसार, पीएमएल-एन ने चार सीट पर जीत हासिल की है, जबकि पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों को तीन और पीपीपी को दो सीट पर जीत मिली। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी ‘पीटीआई’ के पक्ष में हुए ‘‘भारी’’ मतदान की बात को स्वीकार किया है, लेकिन उसे अब भी उम्मीद है कि उसके प्रमुख नवाज शरीफ को रिकॉर्ड चौथी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। शरीफ चुनाव जीतने के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे क्योंकि उन्हें शक्तिशाली सेना का समर्थन प्राप्त है।
प्रारंभिक परिणामों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने लाहौर से एनए 123 सीट 63,953 मतों के साथ जीत ली है। इसी तरह, बलूचिस्तान नेशनल पार्टी के नेता अख्तर मेंगल ने नेशनल असेंबली निर्वाचन क्षेत्र एनए-261 सीट 3,404 वोट हासिल करके जीत ली।
विभिन्न टीवी चैनलों द्वारा बताए गए शुरुआती रुझानों के अनुसार, पीटीआई समर्थित उम्मीदवार कई सीट पर अन्य दलों से आगे हैं। इसके बाद इमरान खान की बहन अलीमा खान ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ ‘नया पाकिस्तान’ में आपका स्वागत है।’’ इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने शुक्रवार को ‘एक्स’ के जरिए कहा कि ‘‘अभूतपूर्व मतदान’’ ने पूरी व्यवस्था को स्तब्ध कर दिया है और चुनाव परिणामों को ‘‘बदलने’’ के प्रयास किए जा रहे हैं। उसने कहा, ‘‘तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थकों ने ऐतिहासिक मतदान से पूरे तंत्र को हैरान और चिंतित कर दिया है।’’
उसने आरोप लगाया कि तहरीक-ए-इंसाफ की ऐतिहासिक जीत के डर से परिणाम रोके जा रहे हैं। ‘पीटीआई’ के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर खान ने एक बयान में दावा किया कि उनकी पार्टी ने नेशनल असेम्बली की 150 से अधिक सीट जीत ली हैं और वह पंजाब एवं केपीके में भी वह सरकार बनाने की स्थिति में है।
उन्होंने ईसीपी से बिना किसी देरी के सभी परिणाम घोषित करने का आग्रह किया। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नेता मरियम औरंगजेब ने कहा कि शुरुआती रुझानों के आधार पर यह नहीं जा सकता कि किसी निर्वाचन क्षेत्र से कौन जीत रहा है। उन्होंने ईसीपी से चुनाव जल्द घोषित करने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘‘हम आगे थे (तभी) अचानक परिणामों की घोषणा रोक दी गई।’’ उन्होंने पंजाब विधानसभा के लिए पीपी-159 सीट पर पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज की जीत का भी दावा किया।
राजनीतिक दलों ने चुनाव परिणाम की घोषणा में देरी को लेकर शिकायत की और चुनाव प्राधिकरण पर सवाल उठाया जिसके बाद ईसीपी ने सभी प्रांतीय चुनाव आयुक्तों और चुनाव अधिकारियों को जल्द से जल्द परिणाम घोषित करने का निर्देश दिया और कहा कि ऐसा नहीं करने पर उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इससे पहले, चुनाव अधिकारियों ने पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांतों में अधिकतर सीट पर ‘पीटीआई’ की ‘‘स्पष्ट जीत’’ के बाद मीडिया में परिणाम जारी करना बंद कर दिया था। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे से ठीक पहले मोबाइल एवं इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया था जिन्हें रात में धीरे-धीरे बहाल किया गया।
नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है लेकिन बाजौर में, हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद एक सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था। अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं और ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं।
नयी सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट जीतनी होंगी। अमेरिका ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान में भावी नेतृत्व को लेकर फैसला पाकिस्तानियों को करना है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘लाखों पाकिस्तानियों ने आज मतदान किया लेकिन मैं दोहराऊंगा कि पाकिस्तान के भावी नेतृत्व का फैसला पाकिस्तानी लोगों को करना है और हमारा हित लोकतांत्रिक प्रक्रिया में ही है।’’
मतदान के दिन पूरे पाकिस्तान में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बाधित रहने की खबरों पर नजर रख रहे है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर लोकतांत्रिक संस्थानों, प्रेस की स्वतंत्रता, एक जीवंत नागरिक समाज और पाकिस्तान के सभी नागरिकों की राजनीतिक भागीदारी के अधिक से अधिक अवसरों की महत्ता पर जोर देते रहेंगे। उन्होंने शुरुआती परिणामों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
(इनपुट एजेंसी)