(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 13 मार्च नेपाल की राजधानी काठमांडू में ढाई किलोग्राम अपरिष्कृत यूरेनियम रखने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में से एक ने दावा किया है कि उसके ससुर भारत से इसे उस समय ‘‘लाये’’ थे, जब वह वहां एक यूरेनियम खदान में काम करते थे। पुलिस ने यह जानकारी दी।
महानगर पुलिस कार्यालय, रानीपोखरी के प्रवक्ता, वरिष्ठ अधीक्षक सुशील सिंह राठौर के अनुसार, गिरफ्तारी एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई।
अधिकारियों ने प्रेस वार्ता में बताया कि एक गोपनीय सूचना पर बौध क्षेत्र में एक घर में छापेमारी की गई और चार लोगों के पास से 2.5 किलोग्राम यूरेनियम- 238 पाया गया।
उन्होंने बताया कि यह संभवत: पहली बार है जब यूरेनियम तस्करी के सिलसिले में गिरफ्तारियां हुई हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल का ऐसा कोई प्रौद्योगिकी केंद्र या एजेंसी नहीं है जहां इस धातु का उपयोग किया जा सके।
गिरफ्तार किये गये लोगों में से दो लोग 20 वर्ष और दो 40 वर्ष के है। इनके खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पहली खुफिया जानकारी यह थी कि कुछ लोग यूरेनियम की कालाबाजारी करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद जांच की गई।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में से एक ने दावा किया है कि उसके ससुर भारत से इसे उस समय ‘‘लाये’’ थे, जब वह वहां एक यूरेनियम खदान में काम करते थे। पुलिस इस दावे की जांच कर रही है।
काठमांडू मेट्रोपॉलिटन पुलिस रेंज के प्रमुख वरिष्ठ अधीक्षक अशोक सिंह ने कहा, ‘‘गिरफ्तार लोगों में से एक ने कहा कि उसके ससुर लगभग दो दशक पहले भारत में यूरेनियम खदान में काम किया करते थे। यह व्यक्ति कुछ यूरेनियम लेकर आया था और उसने इसे अपने घर में रखा था।’’
‘काठमांडू पोस्ट’ ने उनके हवाले से अपनी खबर में कहा कि उसके ससुर अब 86 वर्षीय है और वह इस समय अमेरिका में रहते है।
यूरेनियम- 238 प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली धातु है। इसका इस्तेमाल बिजली बनाने और परमाणु हथियारों में किया जा सकता है।
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