Brics Summit 2023: एक जनवरी, 2024 को ब्रिक्स देशों का समूह बड़ा हो जाएगा। 5 देश का समूह अब 11 होगा। प्रमुख उभरते बाजार देश अपने वैश्विक प्रभाव का विस्तार कर रहे हैं। शीर्ष तेल निर्यातक सऊदी अरब, अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल किया जाएगा।
दुनिया के अग्रणी तेल उत्पादकों में से एक सऊदी अरब के आने से समूह में आर्थिक ताकत बढ़ेगी और अमेरिका के नेतृत्व वाली वित्तीय व्यवस्था के प्रतिद्वंद्वी के रूप में खुद को स्थापित करने की संभावना बढ़ जाएगी। ब्रिक्स की सदस्यता सऊदी अरब के लिए स्वाभाविक रूप से उपयुक्त लगती है, जिसने चीन के साथ संबंध विकसित किए हैं।
ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेता जोहान्सबर्ग में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में अपने ब्रिक्स समूह का विस्तार करने पर सहमत हुए। यह 2010 के बाद पहला विस्तार होगा। विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने जून में कहा था कि सऊदी अरब मध्य पूर्व में ब्रिक्स क्लब का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, जिसका व्यापार पिछले साल 160 अरब डॉलर तक पहुंच गया था।
जिससे एक लंबी प्रक्रिया पर मुहर लग गई। इस फैसले की घोषणा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा के साथ एक संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में की। रामफोसा ने घोषणा की कि नए सदस्य एक जनवरी, 2024 से ब्रिक्स का हिस्सा बन जाएंगे।
उन्होंने कहा कि विस्तार प्रक्रिया के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानदंडों और प्रक्रियाओं को मजबूत करने के बाद नए सदस्यों के बारे में निर्णय पर सहमति बनी। रामफोसा ने जोहानिसबर्ग में समूह के शिखर सम्मेलन के अंत में कहा, "ब्रिक्स विस्तार प्रक्रिया के पहले चरण पर हमारी आम सहमति है।"
उन्होंने कहा, "हमने अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स का पूर्ण सदस्य बनने के लिए आमंत्रित करने का फैसला किया है।" उन्होंने कहा, "हम ब्रिक्स के साथ साझेदारी बनाने में अन्य देशों के हितों को महत्व देते हैं और हमने अपने विदेश मंत्रियों को ब्रिक्स साझेदारी मॉडल तथा संभावित देशों (जो समूह में शामिल होना चाहते हैं) की सूची विकसित करने का काम सौंपा है।"