पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट से ईशनिंदा मामले में बीते साल बरी की गई ईसाई महिला आसिया बीबी यह देश छोड़कर कनाडा पहुंच गई हैं। मीडिया रिपोर्टस में बुधवार को यह जानकारी दी गई। बीबी (47) को 2010 में अपने पड़ोसियों के साथ विवाद में इस्लाम के अपमान का आरोप लगने के बाद दोषी ठहराया गया था।
हालांकि चार बच्चों की इस मां ने लगातार कहा कि वह मासूम हैं पर इसके बाद भी उन्हें आठ साल जेल की एकांत कोठरी में बिताने पड़े। स्थानीय समाचार पत्र डॉन ने विदेश मंत्रालय में एक सूत्र के हवाले से कहा, ‘‘आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है। वह एक स्वतंत्र नागरिक हैं और अपनी स्वतंत्र इच्छा के अनुरूप यात्रा कर सकती हैं।’’
बीबी के वकील सैफुल मलूक ने इस बात की पुष्टि की है कि बीबी कनाडा पहुंच गई हैं। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने यह जानकारी दी है पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गत 31 अक्टूबर को उसे ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था। इस फैसले से पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे।
कहानी 14 जून, 2009 से शुरू होती है। आसिया बीबी का तीन मुस्लिम महिलाओं से विवाद हो गया था। वह लाहौर के शेखपुरा स्थित अपने खेतों में काम कर रही थीं। तेज घूप में काम करने के कारण उन्हें प्यास लगी और उन्होंने कुंए के पास मुस्लिम महिलाओं के लिए रखे पानी के गिलास से पानी पी लिया। मुस्लिम महिलाओं ने इस बात का काफी विरोध किया।
इसके कुछ दिनों बाद मुस्लिम महिलाओं ने विरोध दर्ज कराया कि आसिया ने ईसा मसीह और पैगंबर महोम्मद की तुलना की है। उन्होंने आसिया पर ईश निंदा के तहत मामला भी दर्ज करा दिया। इसके बाद पाकिस्तान पेनल कोर्ट की धारा 295-सी के तहत आसिया को गिरफ्तार किया गया। इस कानून के तहत आरोपी को मौत की सजा सुनाई जाती है।