13 फरवरी को वर्ल्ड रेडियो डे मनाया जाता है। इस बार वर्ल्ड रेडियो डे 2020 का विषय 'रेडियो और विविधता' है। इस बार की थीम विविधता और बहुभाषावाद पर केंद्रित है। ट्विटर पर यूजर्स रेडियो की दशकों पुरानी तस्वीरें शेयर कर रहे हैं।
माना जाता है कि रेडियो प्रचार-प्रसार का सबसे सशक्त माध्यम रहा है। भारत में रेडियो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी संजीदा हैं। 2014 से देशवासियों को संबोधित करने के लिए उन्होंने 'मन की बात' कार्यक्रम की शुरुआत की थी।
भारत में रेडियो प्रसारण की शुरुआत 1920 के दशक में हुई थी। पहला कार्यक्रम 1923 में मुंबई के रेडियो क्लब द्वारा प्रसारित किया गया। इसके बाद 1927 में मुंबई और कोलकाता में निजी स्वामित्व वाले दो ट्रांसमीटरों से प्रसारण सेवा की शुरुआत हुई। सन 1930 में सरकार ने इन ट्रांसमीटरों को अपने नियंत्रण में ले लिया और भारतीय प्रसारण सेवा के नाम से उन्हें परिचालित करना शुरू कर दिया। 1936 में इसका नाम बदलकर ऑल इंडिया रेडियो कर दिया और 1957 में आकाशवाणी के नाम से पुकारा जाने लगा।