Pervez Musharraf: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का रविवार को निधन हो गया। वह हमेशा भारत-पाक क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता का आनंद लेते थे और एक बार उन्होंने पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान एम एस धोनी को लंबे बाल नहीं कटाने की सलाह भी दी थी।
भारत ने द्विपक्षीय श्रृंखला के लिये पिछली बार पाकिस्तान का दौरा 2006 में किया था। लाहौर में एक दिवसीय मैच के दौरान पुरस्कार वितरण समारोह में तब राष्ट्रपति मुशर्रफ ने धोनी के ‘हेयरस्टाइल’ की प्रशंसा की थी और भारतीय क्रिकेट टीम को मैच जीतने की बधाई भी दी थी।
मुशर्रफ ने कहा था, ‘‘मैं धोनी को जीत का सूत्रधार बनने के लिये बधाई देता हूं। मैंने एक ‘प्लेकार्ड’ देखा जिसमें धोनी को ‘हेयरकट’ कराने के लिये कहा गया था लेकिन अगर आप मेरी राय मानो तो आप इस ‘हेयरकट’ में अच्छे दिखते हो। बाल मत कटवाना।’ मुशर्रफ का रविवार को लंबी बीमारी के बाद दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।
भारत की एक पाठ्यपुस्तक में मुशर्रफ को ‘महान हस्ती’ बताने से छिड़ा था विवाद
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को एक बार भारत में तीसरी कक्षा की पाठ्यपुस्तक में दुनिया की ‘‘छह महान हस्तियों’’ में शुमार किए जाने से विवाद छिड़ गया था जिसे बाद में वापस ले लिया गया था। मुशर्रफ का रविवार को निधन हो गया। किताब ‘नैतिक शिक्षा, सामान्य ज्ञान एवं योग’ मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित एक निजी स्कूल में पढ़ाई जा रही थी।
इस पाठ्यपुस्तक के एक अध्याय में 1999 के करगिल युद्ध के सूत्रधार पूर्व सैन्य शासक को ‘‘छह महान हस्तियों’’ में से एक के रूप में चित्रित किया गया। इसमें उनकी तस्वीर भी लगाई गई थी। जिला बार एसोसिएशन (डीबीए) ने अध्याय पर कड़ी आपत्ति जताई थी और इस संबंध में जिला प्रशासन से शिकायत की थी, जिसके बाद अवधपुरी स्थित क्राइस्ट आशा स्कूल ने 2015 में किताब वापस ले ली थी।
डीबीए ने कहा था, ‘‘यह बेहद आपत्तिजनक है। मुशर्रफ के चलते करगिल युद्ध हुआ, जिसमें कई भारतीय सैनिकों की जान चली गई।’’ इसने कहा था, ‘‘यह राज्य और केंद्रीय शिक्षा विभागों की अज्ञानता है कि छोटी सी उम्र में बच्चों को यह पाठ पढ़ाया जा रहा है, जो मुशर्रफ को एक महान हस्ती के रूप में दिखाता है। यह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है।’’
डीबीए के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के समक्ष एक आवेदन देकर पुस्तक के लेखक और प्रकाशक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। दिल्ली में जन्मे मुशर्रफ लंबे समय से अस्वस्थ थे। दुबई में 79 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। मुशर्रफ 1999 में तख्तापलट कर सत्ता में आए और 2001-2008 तक पहले पाकिस्तान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और बाद में राष्ट्रपति के रूप में शासन किया।