तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद अभी तक मलबे से लोगों को बचाने का काम जारी है। इस विनाशकारी भूकंप के करीब 10 दिनों के बाद भी कई लोग मलबे से सुरक्षित बाहर निकल रहे हैं। तुर्की में मलबे से निकाले जा रहे लोगों का वीडियो सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से खूब वायरल हो रहा है। कई भावुक तस्वीरें तुर्की और सीरिया से सामने आ चुकी है।
इस बीच एक भावुक करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो तुर्की का है जहां बचावकर्मियों ने एक शख्स को इमारत के मलबे से बाहर निकाल लिया है। करीब 10 दिनों से भूखे-प्यासे रहने के बाद भी शख्स जिंदा रहने में कामयाब रहा और उसे सुरक्षाकर्मियों से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर साझा किया गया है, जिसके कैप्शन में कहा गया है कि 33 साल के पीड़ित को करीब 261 घंटों के बाद इमारत के मलबे से बाहर निकाल लिया गया है। बाहर आने के बाद शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने अपने परिवार के लोगों से फोन पर बातचीत की है।
शख्स ने परिवार को अपना हाल बताया कि वह अब ठीक है, लेकिन इस दौरान परिवार शख्स की आवाज सुनकर भावुक हो गया। यह वीडियो देख सोशल मीडिया यूजर्स भी काफी भावुक हो गए हैं। लोग वीडियो पर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे और शख्स के सलामत होने की खुशी जता रहे हैं।
तुर्की के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 6 फरवरी को आए भूकंप के 261 घंटे बाद दो लोगों को बचाया गया था। जिस शख्स ने अपने परिवार से फोन पर बात की, उसकी पहचान मुस्तका अवसी के रूप में हुई है। अधिकारियों ने शख्स के जीवित होने की पुष्टि करने के लिए उसके दोस्त और परिवार को किए गए फोन कॉल का ये वीडियो साझा किया है। जानकारी के मुताबिक, शख्स को तुर्की के हटे प्रांत के एक निजी अस्पताल के अवशेषों से बचाया गया था।
शख्स ने फोन पर जाना परिवार का हाल
गौरतलब है कि बचावकर्मियों ने जब शख्स को सुरक्षित बचा लिया तो अस्पताल में उसके करीबियों से उसकी बात कराने के लिए फोन मिलाया। इस दौरान शख्स के एक दोस्त या भाई ने उससे बात की, उसने कहा कि मैं अस्पताल में हूं और सुरक्षित हूं। यहां से मुझे जहां डॉक्टरों को ठीक लगेगा उस अस्पताल फिर भेज दिया जाएगा। फोन पर दूसरी ओर जैसे ही पीड़ित के भाई ने उसकी आवाज सुनी वह रोने लगा और पूछा कि क्या तुम मुस्तका अवसी हो?
शख्स ने सवाल का जवाब देते हुए पूछा मेरी मां कैसी है और सब लोग कैसे हैं। दोस्त ने जबाव दिया कि सब तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं। शख्स ने कहा कि मैं आप लोगों के पास जल्द आ रहा हूं, मैं बहुत डरा हुआ था कि मेरा बच्चा बिना पिता के बड़ा होगा। मैंने मलबे में दबे रहकर स्वर्ग और नरक दोनों का अनुभव किया।
जानकारी के मुताबिक, भूकंप आने के समय शख्स और उसका परिवार अंताक्या में अस्पताल में मौजूद था। उस समय शख्स की पत्नी जिसने हाल ही में बच्ची को जन्म दिया था दोनों का इलाज चल रहा था। हालांकि, इस विनाशकारी भूकंप से शख्स और उसकी पत्नी और बेटी उसे मिल चुके हैं।
बता दें कि 6 फरवरी को दक्षिणी और मध्य तुर्की में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने अब तक करीब 41,000 से अधिक लोगों की जान ले ली है और 11 प्रांतों में 1.08 लाख से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं, सीरिया में, 14,500 से अधिक चोटों के साथ 6,000 से अधिक लोगों की मौत की सूचना मिली है।