जेएनयू छात्रसंघ की उपाध्यक्ष रह चुकीं शेहला राशिद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सॉरी लिखा है। लेकिन पीएम मोदी को शेहला राशिद ने सॉरी माफी मांगते हुए नहीं बल्कि एक तंज के तौर पर लिखा है। शेहला राशिद ने 9 जनवरी को एक तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ''Sorry Modi ji''. शेहला राशिद का यह ट्वीट वायरल हो गया है। शेहला राशिद ने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें लिखा है- ''मेरे कागजात गुजरात 2002 में जल गया। सॉरी।''
शेहला राशिद के इस ट्वीट से साफ है कि उन्होंने इसके जरिए नागरिकता संशोधन कानून (CAA), एनआरसी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। 2002 में हुए गोधरा कांड के बाद गुजरात में दंगे हुए थे। . तीन दिन तक चली हिंसा में 790 मुस्लिम और 254 हिंदू मारे गए थे। 223 लोग लापता हो गए थे। अहमदाबाद के नरौदा पाटिया क्षेत्र में हिंसा सबसे ज्यादा हुई थी।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी को लेकर पिछले महीने से जेएनयू छात्रसंघ की उपाध्यक्ष रह चुकीं शेहला राशिद सोशल मीडिया के जरिए विरोध कर रही हैं। शेहला राशिद के इस ट्वीट पर 27 हजार लाइक्स और 5.7 हजार रिट्वीट है। (खबर लिखे जाने तक)
कई ट्विटर यूजर्स ने हालांकि शेहला राशिद के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि अगर आपके कागजात जल गए हैं तो आपका जेएनयू में एडमिशन कैसे हुए। कई यूजर्स ने लिखा है कि बिना वीजा, पासपोर्ट आप विदेश कैसे घूमती हैं।
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दस जनवरी से प्रभावी हो गया है संशोधित नागरिकता कानून
केन्द्र सरकार ने शुक्रवार( 10 जनवरी) को घोषणा की कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) 10 जनवरी से प्रभावी होगा। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक गजट अधिसूचना में कहा कि कानून दस जनवरी से प्रभावी होगा, जिसके तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी।
अधिसूचना में कहा गया है, ''नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 (2019 का 47) की धारा 1 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए केंद्र सरकार 10 जनवरी 2020 को उक्त अधिनियम के प्रावधान प्रभावी होने की तारीख के रूप में तय करती है।'' संशोधित नागरिकता कानून को 11 दिसंबर को संसद द्वारा पारित किया गया था।