नई दिल्ली, 23 अक्टूबर: 19 अक्टूबर को अमृतसर में दर्दनाक ट्रेन हादसा हुआ था। रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे लोग ट्रेन के नीचे आ गए। उस हादसे में 62 लोगों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हुए थे। हादसे के बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। ऐसे में सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर एक अफवाह फैलाई जा रही है। सोशल मीडिया पर ये मैसेज तेजी से फैलाया जा रहा है कि ट्रेन का चालक मुस्लिम था। उसका नाम इम्तियाज अली था और उसने जान-बूझकर इस घटना को अंजाम दिया है। पहले आप सोशल मीडिया पर चल रहे मैसेज को देखिए:
इन सारे ही मैसेज में ये दावा किया जा रहा है कि ड्राइवर का नाम इम्तियाज था और उसने ऐसा जान-बूझकर किया है। हालांकि सच्चाई कुछ और है। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक ड्राइवर का नाम इम्तियाज नहीं अरविंद कुमार है। ट्रेन हादसे को लेकर ड्राइवर ने अपना जो स्टेटमेंट दिया है, उसमें उन्होंने अपना नाम अरविंद कुमार लिखा है।
अरविंद ने अपने स्टेटमेंट में लिखा है कि जब उन्हें ट्रैक पर लोगों का हुजूम दिखा तो उन्होंने लगातार हॉर्न बजाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाया। लेकिन तभी लोगों ने ट्रेन पर पथराव शुरू कर दिया, ट्रेन में बैठे यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए उन्होंने फिर से ट्रेन को आगे बढ़ाने का फैसला किया। गौरतलब है कि DMU ड्राइवर को लेकर एक और अफवाह सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें दावा किया जा रहा था कि ट्रेन ड्राइवर ने खुदकुशी कर ली है।
लोग सोशल मीडिया पर एक शख्स की फोटो शेयर कर रहे थे, जो कि रेलवे ट्रैक पर फांसी के फंदे से लटका हुआ था और वहां पुलिस भी मौजूद थी। लेकिन बाद में ये खबर भी महज अफवाह निकली। ट्रेन ड्राइवर फिलहाल पंजाब रेलवे पुलिस की हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, उन्होंने इस खबर की सच्चाई जानने के लिए अमृतसर रेलवे स्टेशन डायरेक्टर से बात की और उन्होंने खुदकुशी वाली खबर को फर्जी बताया।