देश छोड़कर फरार हुए रेप के आरोपी नित्यानंद ने खुद का अलग देश बसा लिया है। इक्वाडोर में नित्यानंद मे एक आइसलैंड खरीदकर उसका नाम नाम कैलासा रखा है। त्रिनिदाद और टोबैगो के करीब स्थित उसके इस देश को हिंदू राष्ट्र बताया गया है। नित्यानंद ने निजी द्बीप पर बसाए गए अपने देश के लिए राष्ट्रध्वज, राष्ट्रीय पक्षी, राष्ट्रीय फूल और राष्ट्रीय पेड़ भी घोषित कर दिया है। इतना ही नहीं, वेबसाइट पर उसने अपने देश के विधान, संविधान और सरकारी ढांचे की भी जानकारी दी है।नित्यानंद के हिंदू राष्ट्र बनवाने के बाद केंद्र की मोदी सरकार की भारी आलोचना हो रही है।
ट्विटर पर #Kailaasa और #Nithyananda के साथ लोग मोदी सरकार से पूछ रहे हैं कि एक रेप के आरोपी को पासपोर्ट और वीजा कैसे मिल सकता है।
एक यूजर ने लिखा, भारत से भागकर आजकल देश बना रहे हैं।
एक यूजर ने नित्यानंद की तुलना ओशो से की है।
नित्यानंद के हिंदू राष्ट्र कैलासा की अहम बातें
- नित्यानंद ने अपने देश के लिए मंत्रिमंडल का भी गठन किया है. उसने अपने एक करीबी अनुयायी मा को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है।-कैलासा के लिए पासपोर्ट के दो संस्करणों को अंतिम रूप दिया गया है, एक सुनहरे रंग का जबकि दूसरा लाल है। -झंडे का रंग मैरून है और इस पर दो प्रतीक एक सिंहासन पर नित्यानंद और दूसरा एक नंदी है।- नित्यानंद ने अपने देश की सरकार का जो ढांचा बनाया है, उसमें सरकारी विभाग और एजेंसी इकाई में पहला विभाग ऑफिस ऑफ एचडीएच है। -इस विभाग के अलावा गृह रक्षा और सुरक्षा विभाग, खजाना विभाग, वाणिज्य विभाग, गृह विभाग, शिक्षा, स्वास्थ्य, टेक्नोलॉजी समेत 10 विभाग भी शामिल किए गए हैं।-नित्यानंद अपने देश को मान्यता दिए जाने की कवायद कर रहा है। -नित्यानंद कैलासा की कथित महान हिंदू राष्ट्र की नागरिकता हासिल करने के लिए डोनेशन की भी अपील की है।-कैलासा की वेबसाइट के अनुसार यह गैर-राजनीतिक राष्ट्र है, जिसका मकसद पूरी तरह से मानवता पर आधारित है। -यह देश प्रमाणिक हिंदू धर्म पर आधारित प्रबुद्ध संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए समिर्पत है, जो कभी अफगानिस्तान, भारत, नेपाल, बर्मा, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया समेत पूरे महाद्वीप में 56 से ज्यादा देशों में फैला था।
नित्यानंद के ऊपर लगे आरोप
नित्यानंद पर कर्नाटक में रेप और अपहरण का मामला दर्ज है, तो वहीं गुजरात में यौन उत्पीड़न को लेकर केस दर्ज हैं। गुजरात पुलिस ने 21 नवंबर को बताया था कि नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है। गुजरात पुलिस ने 21 नवंबर को बताया था कि नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है। नित्यानंद के खिलाफ फौजदारी मामला दर्ज है ।मामले में उसके खिलाफ सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने उसकी दो महिला अनुयायियों को भी गिरफ्तार किया है। नित्यानंद पर आश्रम योगिनी सर्वज्ञपीठम चलाने के लिए बच्चों को कथित तौर पर अगवा करने और उन्हें बंधक बनाकर अनुयायियों से चंदा जुटाने के काम में लगाने के आरोप में भी मामला दर्ज किया था।