नई दिल्ली: दशकों से भारतीयों को आम का जूस भा रहा है। ऐसे में देशवासियों के स्वाद को देखते हुए कंपनियों ने पानी के बाद जूस का रस बनाते हुए, इसे टेट्र पैकेजिंग में बेचना शुरू किया। इसके बाद तो कंपनियों ने रोजाना की बिक्री को बढ़ाने के लिए सैलिब्रेटी से लेकर बेहतरीन टैगलाइन बनाई, जिससे उनका प्रोडेक्ट कंपनी में उतरते ही बिके। इस बीच जो लोग अभी तक आम का स्वाद छिलका हटाकर चखते थे, अब उन्हें कंपनियों ने रस भरे अंदाज में पैकेट में देना चालू किया और ऐसे में लोगों का काम आसान हो गया।
फिर क्या था मार्केट में डिमांड बढ़ी और कंपनियों ने अपनी सप्लाई बढ़ा दी। लेकिन फिर क्या था कंपनियों ने प्रोडेक्ट की खूबी और उसकी गुणवत्ता को ध्यान नहीं दिया। हाल में जो वीडियो सामने आया है, वो यही बताता है कि कंपनियां किस तरह आम को जूसी बनाती है और हमें पाउडर से बने आम को देती हैं।
इस वीडियो क्लिप में ये खुलासा हुआ है कि पीले रंग का तरल पदार्थ को लाल रंग में मिक्स, चीनी की चाशनी और नारंगी रंग से बने मिक्सचर को मिलाकर एक जूस तैयार किया। फिर, संसाधित तरल को प्लास्टिक पेपर पैकेट की बोतलों में भर दिया जाता है। आखिर में उन्होंने बड़े डिब्बों में पैक किया जाता है और कई श्रमिकों की मदद से विक्रेताओं को डिलीवरी के लिए तैयार किया जाता है। वीडियो को कैप्शन के साथ शेयर किया गया, "टेट्रा पैक मैंगो जूस।"
जैसे-जैसे वीडियो ये वीडियो सामने आया, इस पर कमेंट्स की बाढ़ आ गई और फिर यह वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद तो सभी ने मैन्युफेक्चरिंग और पैकेजिंग प्रक्रिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया। एक यूजर ने इस पर कहा, "मैं सोशल मीडिया के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं। मैंने कई ऐसी चीजों की लालसा या पीना बंद कर दिया है जो स्वादिष्ट लगती हैं। ये सभी स्वादिष्ट 200% फलों का जूस से बनता है। मैं कोकबोर या इसी तरह के अन्य उत्पाद भी नहीं पीता। मेरे लिए यह पानी है, मैं नल का पानी, स्पार्कलिंग पानी, व्हिस्की या वाइन पीता हूं। भगवान सोशल मीडिया को आशीर्वाद दें। मैंने कुछ वाकई डरावनी चीजें देखी हैं।"