सिलीगुड़ी: तेंदुए के मौत की कल्पना भला कोई कैसे पानी में डूबने के कारण कर सकता है, लेकिन यह सच है। जी हां, पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले के बागडोगरा में इस तरह की एक घटना सामने आई है। जानकारी के मुताबिक एक चाय बागान में बीते शनिवार की रात तालाब में फिलसकर गिर जाने के कारण एक मादा तेंदुए की डूबने से मौत हो गई है।
इस संबंध में सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने मादा तेंदुए के शव को तालाब से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल वाइल्ड एनिमल पार्क में भेज दिया है। समाचार वेबसाइट द टेलीग्राफ के मुताबिक यह तेदुए बीते कुछ दिनों से जंगल से भटककर हंसखोवा चाय बागान में टहलते हुए देखा गया था। लेकिन इससे पहले की वनकर्मी उसे तलाशकर जंगल में वापस छोड़ पाते, उसकी तालाब में डूबने से मौत हो गई।
इस संबंध में एक क्षेत्रीय नागरिक ने कहा कि जब हमने तेंदुए को तालाब के पानी में देखा तो वह अपनी जान बचाने के लिए छटपटा रहा था, लेकिन चूंकि वो हिंसक था। इसलिए किसी की हिम्मत नहीं हुई कि पानी में उतरकर उसे बचाने की कोशिश करे। लोगों ने पानी के बाहर से उसके निकालने की कोशिश की लेकिन लेकिन वो फंदे में आ नहीं रहा था, जिसके बाद फौरन वन अधिकारियों को इसके बारे में बताया गया।
क्षेत्रीय लोगों की सूचना मिलने के बाद कुर्सेओंग वन मंडल स्थित बागडोगरा वन क्षेत्र की एक टीम तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हुई। लेकिन जब तक वनकर्मियों का बचाव दल मौके पर पहुंचता, तेंदुए की पानी में डूबने के कारण मौत हो चुकी थी। इस संबंध में वनकर्मियों ने कहा कि मृत तेंदुए की उम्र करीब तीन साल थी।
मौके का निरीक्षण करने के बाद एक वन अधिकारी ने कहा कि शुरूआती जांच में पता चलता है कि तेंदुआ रात में पानी की तलाश में तालाब के पास पहुंचा था लेकिन गलती से उसका पैर फिसल गया और वो गहरे पानी में गिर गया। उसने अपने बचाव के लिए बहुत प्रयास किया लेकिन लगता है कि पानी के भीतर उसके पैर में कोई चीज फंस गई थी। जिस कारण वो तालाब से बाहर नहीं आ पाया और उसकी मौत हो गई।