हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के गुरुवार (25 अक्टूबर) को नतीजे आ गए। नतीजों के बाद जो एक शख्स चर्चा में आया है वह हैं हरियाणा के विधायक गोपाल कांडा। सोशल मीडिया पर गोपाल कांडा हैशटैग चल रहा है। एक वक्त विवादों में रहे हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा का नाम सोशल मीडिया के टॉप ट्रेंड में आ गया है। गोपाल कांडा ने सिरसा से चुनाव जीता है। वह हरियाणा के लोकहित पार्टी से चुनावी मैदान में उतरे थे। गोपाल कांडा चर्चा में हरियाणा विधानसभा में बने समीकरण की वजह से हैं। महाराष्ट्र में तो बीजेपी शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बना लेगी। लेकिन खेल हरियाणा में उल्टा पड़ गया है। यहां बीजेपी को बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए और मिली हैं सिर्फ 40।
गोपाल कांडा ने बीजेपी को सबसे पहले अपना समर्थन देने का प्रस्ताव दिया है। गोपाल कांडा ने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दिल्ली स्थित घर पर उनसे मुलाकात भी की है। गोपाल कांडा का विवादों से गहरा नाता है। हरियाणा की राजनीति को देखा जाए तो गोपाल कांडा और उनके भाई गोविंद कांडा की गिनती प्रदेश की प्रभावशाली राजनीतिक हस्तियों में होती है। इनका पूरा नाम गोपाल गोयल कांडा है। 54 वर्षीय कांडा हरियाणा के सिरसा जिले के बिलासपुर गांव के मूल निवासी हैं। पेशे से गोपल कांडा एक बिजनेसमैन हैं। 1998 में गुरुग्राम में प्रॉपर्टी बिजनेस में उन्होंने कदम रखा और सफलता पाई। उन्होंने छोटे-छोटे प्लॉट की खरीद-बिक्री शुरू की और धीरे-धीरे वह हरियाणा के रियल एस्टेट के एक बड़े खिलाड़ी बन गए।
2009 में कांग्रेस के लिए बने थे संकटमोचक
गोपाल कांडा ने राजनीति में कदम साल 2009 में रखा था। साल 2009 में वह निर्दलीय चुनाव लड़े थे। जिसमें वह तकरीबन छह हजार वोटों से जीत गए थे। इसी जीत के बाद वह राज्य में संकटमोचन बने थे। हरियाणा के कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने उन्हें अपने पाले में किया, क्योंकि 90 सदस्यीय विधानसभा में सिर्फ 40 सीट पाने की वजह से कांग्रेस को अन्य विधायकों के समर्थन की जरूरत थी। कांडा को हरियाणा का गृह राज्य मंत्री बनाया गया। उसके बाद उन्हें उन्हें शहरी निकाय, वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री भी बनाया गया। लेकिन एयर होस्टेस गीतिका शर्मा के आत्महत्या मामले में फंसने के बाद उन्हें साल 2012 में इस्तीफा देना पड़ा था। कांडा एमडीएलआर एयरलाइंस के मालिक थे, जहां गीतिका बतौर एयर होस्टेस काम करती थीं।
गीतिका शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि कांडा की प्रताड़ना की वजह से वह आत्महत्या कर रही है। इस मामले में कांडा गिरफ्तार हुए और मार्च 2014 में जेल से रिहा होने के बाद कांडा ने हरियाणा लोकहित पार्टी की स्थापना की। वह 2014 में लोकसभा चुनाव भी लड़े, लेकिन हार गए।
सोशल मीडिया पर गोपाल कांडा के लिए किसने और क्या-क्या लिखा
नरेंद्र नाथ मिश्रा ने तंज करते हुए लिखा, तो गोपाल कांडा मंत्री भी बन जाएंगे। संभव है महिला बाल विकास मंत्रालय भी मिल जाए। सब पवित्तर कर देंगे।
कुमार विश्वास ने लिखा, ''राजनीति "कांडों" और "कांडाओं" के हवाले थी, है और रहेगी।''
वैभव वालिया ने लिखा है, ''एक वक्त था जब गोपाल कांडा बीजेपी के नेताओं के लिए सबसे नापसंद किए जाने वाले नेता थे। मुझे नहीं पता अब उन्हें गीतिका शर्मा को न्याय दिलाने की चिंता है या नहीं।
राजदीप सर देसाई ने लिखा, मिलिए हरियाणा के नए किंगमेकर से और खुद से पूछिए कि क्या आप ऐसी ही राजनीति चाहते हैं।