नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच यूरोप को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में यूरोपीय संघ (ईयू) ने बिजली की खपत को कम करने और उर्जा के लिए बढ़ती कीमतों पर रोक लगाने के लिए कई कदम उठाने का ऐलान किया है। इस संबंध में ईयू की अध्यक्ष अर्सला वोन डेर लेयेन ने कुछ ऐलान भी दो दिन पहले किए।
इसमें कहा गया कि ईयू सबसे पीक आवर्स में बिजली की खपत कम करने की कोशिश करेगा। बिजली कटौती संबंधी उनके ऐलान पर भारतीय यूजर्स ने जमकर चुटकी ली। दरअसल ईयू अध्यक्ष ने कहा था, 'यूरोपीय संघ 'फ्लैटेन द कर्व' के लिए पीक आवर्स में बिजली के उपयोग को कम करने के लिए अनिवार्य लक्ष्य का प्रस्ताव करता है।' यहां कर्व को फ्लैट करने का मतलब बिजली की मांग या इस्तेमाल के ग्राफ में कमी से है। इसे ही लेकर भारतीय यूजर्स मजेदार कमेंट करने लगे।
एक यूजर ने लिखा, 'नालासोपारा में इसे लोड शेडिंग बोलते हैं। कल से फ्लैटेनिंग द कर्व बोलना पड़ेगा।'
एक और यूजर ने लिखा, 'समझ नहीं आता कि विकसित देश पीक आवर्स में बिजली के इस्तेमाल पर पाबंदी कैसे लगा सकते हैं।'
वहीं, ऋषिकेश कुलकर्णी ने लिखा, 'अजीत पवार एक दूरदर्शी नेता हैं। उन्होंने 20 साल पहले बिजली के उपयोग को कम करने के लिए महाराष्ट्र में 12 घंटे की फ्लैटनिंग द कर्व की शुरुआत की। सचमुच एक महान व्यक्ति!
दूसरी और शांतनु गुप्ता ने लालू यादव का जिक्र कर दिया। उसने लिखा, 'लालू यादव दूरदर्शी नेता थे। उन्होंने 30 साल पहले बिजली के उपयोग को कम करने के लिए बिहार में 22 घंटे के फ्लैटनिंग द कर्व की शुरुआत की। सचमुच एक महान व्यक्ति!