मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद में 'ग्लोबल टेररिस्ट' घोषित करने की भारत की कोशिशों पर चीन ने एकबार फिर पानी फेर दिया। चीन ने 2009 के बाद चौथी बार वीटो इस्तेमाल करके मसूद अजहर को बचा लिया है। इसके बाद भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार के लिए अपील की गई। देखते ही देखते ट्विटर पर #BoycottChineseProducts और #BoycottChina ट्रेंड करने लगा। लोगों ने देशभक्ति जाहिर करते हुए चीनी सामान ना खरीदने की बात कही।
बुधवार को चीन ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए यह कहकर रोक लगा दिया कि उसे प्रस्ताव की पड़ताल करने के लिए और समय की जरूरत है। इस तरह मसूद का मामला फिर अगले कम से कम 6 महीने के लिए टल गया। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन यह 'तकनीकी रोक' छह महीने के लिए वैध है और इसे आगे तीन महीने के लिए और बढ़ाया जा सकता है। अजहर को आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव 27 फरवरी को फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका लाया था।
आतंकवाद को लेकर चीन के इस रुख से भारतीयों ने आक्रोश जाहिर किया है। लोगों ने ट्विटर पर देशभक्ति के लिए चीनी सामानों का बहिष्कार करने की अपील की।
ट्विटर पर संगति दत्ता ने लिखा, 'चीन आतंकवाद का समर्थन कर रहा है। भारत की जनता को चीन सामान के बहिष्कार के लिए और कोई कारण नहीं चाहिए।'
स्वाती चतुर्वेदी ने मोदी और जिनपिंग के साथ की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा-
ट्विटर पर तेजस नेमनवार ने लिखा, 'चीन ने चार बार अपने वीटो की ताकत दिखाई है। अब उसे सवा अरब लोगों की ताकत दिखानी होगी।'
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, 'ये हैरान करने वाला है कि चीन ना सिर्फ समर्थन दे रहा है बल्कि पाकिस्तान के आतंक के एजेंडे को भी आगे बढ़ा रहा है।'
ट्विटर पर एकता रंगा ने लिखा कि ये वक्त है दुनिया को अपना जोश दिखाने का।
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, 'हम निराश हैं। लेकिन हम सभी उपलब्ध विकल्पों पर काम करते रहेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारतीय नागरिकों पर हुए हमलों में शामिल आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाए।'