आम तो हम सब का चहेता होता है, तभी तो उसे फलों का राजा कहते हैं। दुनिया में आम के कई प्रकार हैं, जिसमें से पंद्रह सौ प्रकार के आम भारत में पाए जाते हैं। आपने टू इन वन या थ्री इन वन जरूर सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी 121 इन वन सुना है। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में 15 साल पुराना एक ऐसा आम का पेड़ है, जिस पर 121 तरह के आम लगते हैं।
आपको यह पढ़कर जरूर विश्वास नहीं हो रहा होगालेकिन यह झूठ नहीं बल्कि 100 फीसद सच है। बता दें कि यह एक साइंस एक्सपेरिमेंट का नतीजा है, जिसे हॉर्टिकल्चर एंड ट्रेनिंग सेंटर के विशेषज्ञों ने किया था। यह एक्सपेरिमेंट 5 साल पहले किया गया था, आम के एक नए प्रकार को जन्म देने के लिए। जिससे लोग एक नई किस्म के आम के स्वाद का आनंद ले सकें। इस एक्सपेरिमेंट के लिए एक 15 साल पुराने आम के पेड़ को चुना गया, जो आज आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
ज्वाइंट डायरेक्टर आफ हॉर्टिकल्चर एंड ट्रेनिंग सेंटर के भानु प्रकाश राम ने कहा, ‘हम एक नए आम की प्रजाति बनाने पर काम कर रहे हैं ताकि और बेहतर तरह के आम उगाए जा सके। वहीं इस तकनीक का इस्तेमाल आम लोग भी कर सकेंगे।‘
न्यूज एजेंसी एएनआई कि रिपोर्ट के अनुसार, इस पेड़ पर पाए जाने वाले आमों में दशहरी, चौंसा, रामकेला, अम्रपाली, सहारनपुर अरूण, सहारनपुर वरुण, सहारनपुर सौरव, सहारनपुर चौक आदि शामिल हैं। बता दें कि सहारनपुर का नाम आम की सबसे ज्यादा पैदावार देने वाले शहर के रूप में लिया जाता है।
टीम इस आम की खेती को और भी ज्यादा बढ़ाने के लिए काम कर रही है। वहीं रिसर्च के दौरान इस 15 साल पुराने आम के पेड़ पर 121 तरह के आम को उगाने के लिए एक तकनीक के जरिये अलग-अलग तरह के आम की किस्मों की शाखाओं को लगाया गया था।