सजा-ए-मौत पर बीमार मुशर्रफ का पहला बयान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 19, 2019 01:13 PM2019-12-19T13:13:25+5:302019-12-19T13:13:25+5:30
पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने कहा कि देशद्रोह मामले में एक अदालत द्वारा उन्हें सुनाई गई मौत की सजा निजी प्रतिशोध पर आधारित है। मंगलवार को अदालत ने मुशर्रफ को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी और इस सजा पर उन्होंने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। हालांकि इस फैसले का पाकिस्तान की सेना विरोध किया है। अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद मुशर्रफ के समर्थकों ने देश के विभिन्न हिस्सों में उनके समर्थन में छोटी रैलियां निकाली। मुशर्रफ पर संविधान को निष्प्रभावी बनाने और पाकिस्तान में नवम्बर 2007 में संविधानेतर आपातकाल लगाने का आरोप था। यह मामला 2013 से लंबित था। उनकी पार्टी की ओर से जारी एक वीडियो में मुशर्रफ ने कहा, इस तरह के फैसले का कोई और उदाहरण नहीं है जब न तो प्रतिवादी को और न ही उसके वकील को अपनी बात रखने का मौका दिया गया हो। उन्होंने कहा कि अदालत ने 2014 से 2019 के बीच उन पर मुकदमा चलाया और दुबई में बयान दर्ज करने के उनके आग्रह को भी ठुकरा दिया था। मुशर्रफ इलाज के लिए देश से बाहर गए थे और 2016 से ही वह दुबई में रह रहे हैं।