भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों, अटैक हेलीकॉप्टर्स और मानव रहित ड्रोन्स की पूरी लिस्ट, इनके दम पर होती है सीमा की रखवाली
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 21, 2024 05:37 PM2024-05-21T17:37:59+5:302024-05-21T17:39:44+5:30
भारतीय वायुसेना के पास अलग-अलग तरह के फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टर और परिवहन विमान हैं। इनका इस्तेमाल परिस्थितियों और जरूरत के हिसाब से किया जाता है।
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(फाइल फोटो)
Indian military aircraft: भारतीय वायुसेना देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए 24 घंटे मुस्तैद रहती है। चाहे राजस्थान की गर्मी हो या लद्दाख की हाड़ कंपाने वाली सर्दी या फिर अरुणांचल के जंगलों से भरे पहाड़, वायुसेना के एयरबेस देश के हर क्षेत्र में हैं। भारतीय वायुसेना के पास अलग-अलग तरह के फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टर और परिवहन विमान हैं। इनका इस्तेमाल परिस्थितियों और जरूरत के हिसाब से किया जाता है। एयर फोर्स के पास मौजूदा समय में कौने से विमान हैं, आईये एक नजर डालते हैं।
लड़ाकू विमान
सुखोई Su-30MKI: इसे भारतीय वायुसेना के लड़ाकू बेड़े की रीढ़ माना जाता है। फिलहाल लगभग 248 सुखोई 30 एमकेआई विमान सेवा में हैं। यह एक बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है जो हवा में भी जंग करने में माहिर है और इससे जमीनी हमले के मिशन को भी अंजाम दिया जा सकता है।
डसॉल्ट राफेल: राफेल हाल ही में वायुसेना में शामिल हुआ है। वर्तमान में 36 विमान परिचालन में हैं। यह अपनी उन्नत एवियोनिक्स और बहुउद्देश्यीय क्षमताओं के लिए जाना जाता है।
एचएएल तेजस: यह एक स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान है। तेजस के पहले वर्जन के 40 जेट पहले ही एयर फोर्स में शामिल किए जा चुके हैं। अप्रैल में रक्षा मंत्रालय ने एचएएल को पहले से ऑर्डर किए गए 83 के अलावा 97 तेजस मार्क-1ए जेट के उत्पादन के लिए अपनी व्यावसायिक बोली जमा करने के लिए कहा था। इस तरह कुल 180 तेजस मार्क-1ए जेट भारतीय वायु सेना में शामिल होंगे।
मिकोयान मिग-29: मुख्य रूप से हवाई भूमिकाओं के लिए उपयोग किया जाता है। लगभग 65 विमान सेवा में हैं।
डसॉल्ट मिराज 2000: यह एक बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है। लगभग 45 विमान फिलहाल सेवा में हैं।
SEPECAT जगुआर: जमीनी हमले के मिशन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक स्ट्राइक विमान है। लगभग 130 इकाइयाँ सेवा में हैं।
An IAF C-130 aircraft did a trial paradrop of Arogya Maitri Disaster Brick . An innovation aiding swift disaster relief by being para dropped, these 'bricks' contain essential survival material for disaster stuck locations unreachable by other means.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) May 15, 2024
The trial was undertaken in… pic.twitter.com/khXIfVXNXz
परिवहन विमान
भारतीय वायुसेना बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर, लॉकहीड मार्टिन सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, एंटोनोव एएन-3 और इल्युशिन आईएल-76 का इस्तेमाल परिवहन विमानों के रूप में करती है। इंडियन एयर फोर्स के पास 11 ग्लोबमास्टर, 11 सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, 103 एएन-32, और 17 आईएल-76 फिलहाल सेवा में हैं।
हेलीकाप्टर
भारतीय वायुसेना एमआई-17, एचएएल ध्रुव, बोइंग एएच-64ई अपाचे और सीएच-47एफ चिनूक जैसे हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल करती है। प्रचंड अटैक हेलीकॉप्टर और रूद्र जैसे हल्के हेलीकॉप्टर भी सेवा में हैं।
#Apaches of @IAF_MCC and Mechanised Forces of @westerncomd_IA carried out #integrated training with forward area replenishment and manoeuvre ops. The #Integrated training enhanced #combat capability towards #Joint ops in the #Tactical#Battle area.@SpokespersonMoD@HQ_IDS_Indiapic.twitter.com/OQGpDM4O5r
— Indian Air Force (@IAF_MCC) May 6, 2024
इसके अलावा भारतीय वायुसेना ट्रेनिंग के लिए बीएई हॉक, पिलाटस पीसी-7 और एचएएल किरण का इस्तेमाल करती है। विशेष अभियानों को अंजाम देने के लिए बोइंग पी-8आई पोसीडॉन विमान हैं जो समुद्री टोही और पनडुब्बी रोधी युद्ध के लिए उपयोग किया जाता है। बेरीव ए-50 एक अवाक्स राडार विमान है। इसके अलावा हवा में ईंधन भरने के लिए इल्युशिन आईएल-78 जैसे 6 विमानों का इस्तेमाल वायुसेना करती है।
भारतीय वायु सेना के पास इज़राइल में बना इज़राइली आईएआई हेरॉन और आईएआई सर्चर है। भारत सरकार ने अमेरिका के साथ एम क्यू 9 प्रीडेटर ड्रोन की डील भी की है। ऐसा एक लीज पर लिया गया मानव रहित टोही विमान का इस्तेमाल नौसेना कर रही है।
#OpMeghdootpic.twitter.com/0qvyUMKTz8
— Indian Air Force (@IAF_MCC) April 13, 2024