Siwan Lok Sabha Elections 2024: शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब बिगाड़ सकती हैं खेल, लालू यादव की प्रतिष्ठा दांव पर, अवध बिहारी चौधरी और विजयलक्ष्मी में टक्कर

By एस पी सिन्हा | Published: May 21, 2024 04:15 PM2024-05-21T16:15:37+5:302024-05-21T16:19:41+5:30

Siwan Lok Sabha Elections 2024: 2021 में कोरोना की वजह से उनकी मौत के बाद इस चुनाव में सीवान की पूरी फिजा बदली हुई हैं। यहां से उनकी पत्नी हिना शहाब निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं।

Siwan Lok Sabha Elections 2024 Shahabuddin wife Hina Shahab spoil game Lalu Yadav stake Awadh Bihari Chaudhary and Vijayalakshmi | Siwan Lok Sabha Elections 2024: शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब बिगाड़ सकती हैं खेल, लालू यादव की प्रतिष्ठा दांव पर, अवध बिहारी चौधरी और विजयलक्ष्मी में टक्कर

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HighlightsSiwan Lok Sabha Elections 2024: बाहुबली से सांसद बने मो. शहाबुद्दीन की चर्चा पूरे देश में होती थी।Siwan Lok Sabha Elections 2024: सीवान बाहुबली पूर्व सांसद दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन का गढ़ था।Siwan Lok Sabha Elections 2024: सीवान सदर सीट से विधायक अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है।

Siwan Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में छठे चरण के तहत बिहार के आठ सीटों पर 25 मई को मतदान होना है। इसमें सीवान लोकसभा सीट भी शामिल है, जो देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, बिहार के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना मजहरूल हक जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों की जननी के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुका है। नब्बे के दशक में सीवान बिहार की सबसे हॉट सीटों में से एक रहा है। उस वक्त बाहुबली से सांसद बने मो. शहाबुद्दीन की चर्चा पूरे देश में होती थी। सीवान बाहुबली पूर्व सांसद दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन का गढ़ था।

पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजयलक्ष्मी को टिकट दिया

लेकिन 2021 में कोरोना की वजह से उनकी मौत के बाद इस चुनाव में सीवान की पूरी फिजा बदली हुई हैं। यहां से उनकी पत्नी हिना शहाब निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं। उनके सामने जदयू ने एक अन्य बाहुबली की पत्नी और मौजूदा सांसद का टिकट काटकर अपने एक पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजयलक्ष्मी को टिकट दिया है।

दूसरी तरफ, राजद ने यहां से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और सीवान सदर सीट से विधायक अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है। हिना शहाब के चुनाव मैदान में उतरने से लालू यादव के साथ-साथ तेजस्वी यादव के टेंशन को बढ़ा दिया है। कारण है कि हिना शहाब के निर्दलीय मैदान में उतरने से मुस्लिम मतदाताओं पर राजद की पकड़ कमजोर हो सकती है।

अवध बिहारी चौधरी को मुख्य रूप से यादव मतदाताओं का समर्थन मिलने की संभावना

हिना शहाब तीन बार लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन हर बार हार का सामना करना पड़ा है। लेकिन इस बार सीवान में हो रहे त्रिकोणीय मुकाबले में राजद के अवध बिहारी चौधरी उलझ गए हैं। उनके सामने कोई ठोस वोट बैंक नहीं दिख रहा है। अवध बिहारी चौधरी को मुख्य रूप से यादव मतदाताओं का समर्थन मिलने की संभावना है।

ऐसे में अब यहां देखना दिलचस्प होगा कि मुस्लिम मतदाता राजद के साथ जाते हैं या फिर हिना शहाब के साथ। दूसरी तरफ अगड़ी जाति के मतदाता जदयू-भाजपा के उम्मीदवार को कितना वोट करते हैं?सीवान के जातीय समीकरण की बात है तो अनुमान के मुताबिक यहां करीब तीन लाख मुस्लिम, 2.5 लाख यादव, 1.25 लाख कुशवाहा और 80 हजार के आसपास साहनी मतदाता हैं।

देश में पहला आम चुनाव 1952 में हुआ

इसके अलावा करीब 4 लाख अगड़ी जाति और 2.5 लाख ईबीसी मतदाता हैं। दरअसल, सीवान की राजनीति के केंद्र में लंबे समय तक शहाबुद्दीन का प्रभाव रहा। वह यहां से चार बार सांसद बने। दाहा नदी के मुहाने पर बसे सीवान ने अपने दामन में कई इतिहास संजो कर रखा है। देश में पहला आम चुनाव 1952 में हुआ। लेकिन सीवान लोकसभा सीट साल 1957 बना।

1957 के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार झूलन सिन्हा ने भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी शिव कुमार द्विवेदी को 22,704 वोटों से हरा कर पहले सांसद बने थे। साल 1962, 1967, 1971 में कांग्रेस पार्टी के मोहम्मद यूसुफ ने यहां से जीत का परचम लहराया था। 1977 के लोकसभा चुनाव में यहां से जनता पार्टी के मृत्युंजय प्रसाद सांसद चुने गए।

जीरादेई से विधायक मोहम्मद शहाबुद्दीन ने भाजपा के जर्नादन तिवारी को मात दिया

साल 1980 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर मोहम्मद यूसुफ फिर से सांसद बने। 1984 में कांग्रेस के अब्दुल गफूर यहां से सांसद बने, अब्दुल गफूर के बाद कांग्रेस का किला यहां ढह गया। साल 1996 के लोकसभा चुनाव में  सीवान से जनता दल के टिकट पर जीरादेई से विधायक मोहम्मद शहाबुद्दीन ने भाजपा के जर्नादन तिवारी को मात दिया।

1998, 1999 और 2004 लोकसभा चुनाव में शहाबुद्दीन ने जीत का परचम लहराया। 2009 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार ओम प्रकाश यादव ने शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को परास्त किया। ओम प्रकाश यादव 2014 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर जीते। 2019 में यह सीट जदयू के खाते में गई तो कविता सिंह ने यहां से तीसरी बार हिना शहाब को शिकस्त दी।

English summary :
Siwan Lok Sabha Elections 2024 Shahabuddin wife Hina Shahab spoil game Lalu Yadav stake Awadh Bihari Chaudhary and Vijayalakshmi


Web Title: Siwan Lok Sabha Elections 2024 Shahabuddin wife Hina Shahab spoil game Lalu Yadav stake Awadh Bihari Chaudhary and Vijayalakshmi

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