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AIIMS में नर्सिंग स्टाफ के हड़ताल पर जाने से मरीजों की मुसीबतें बढ़ीं, रणदीप गुलेरिया ने की ये अपील!

By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: December 15, 2020 03:45 PM2020-12-15T15:45:11+5:302020-12-15T15:45:23+5:30

कोरोना महामारी के बढते प्रकोप के बीच देश के सबसे बड़े अस्पताल AIIMS का  नर्सिंग स्टाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़  नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि काफी समय से उनकी कुछ मांगे लंबित हैं, जिसे एम्स प्रशासन की ओर से पूरा नहीं किया जा रहा है.

 

इसके चलते हड़ताल का फैसला लिया गया है। हालांकि यह हड़ताल 16 दिसंबर से शुरू की जानी थी, लेकिन इसे सोमवार से ही शुरू कर दिया गया है. वही दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने एक वीडियो संदेश में महामारी के समय में हड़ताल को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. रणदीप गुलेरिया ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान करने वाले नर्स यूनियन से अपील की है कि वे कोरोना महामारी के समय ऐसा न करें, जबकि संस्थान ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है.

 

रणदीप गुलेरिया ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नर्स यूनियन ऐसे समय पर हड़ताल पर चला गया है जब केवल कुछ महीनों में (कोरोना) वैक्सीन आने वाली है,  नर्स यूनियन ने 23 मांगें रखी थी. तकरीबन सभी डिमांड AIIMS एडमिनिस्ट्रेशन और सरकार ने पूरी करने का आश्वासन दिया है. इस कोरोना काल में जहां लोगों की नौकरी जा रही है सैलरी कट हो रही हैं वही नर्स यूनियन सैलरी हाइक की डिमांड कर रहा है, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है

 

यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नर्स यूनियन अब हड़ताल पर चला गया है वह भी तब जब केवल कुछ महीनों में (कोरोना) वैक्सीन आने वाली है 
 मैं सभी नर्सों और नर्सिंग अधिकारियों से अपील करता हूं कि वे हड़ताल पर न जाएं, वापस काम पर लौट आएं और काम करें और हमें महामारी से बचाने में मदद करें.

 

आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें नर्सिंग स्टाफ ने प्रशासन के आगे 23 मांगें राखी है जिसमें कुछ प्रमुख मांगे छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना और कई साल से कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहीं नर्सेज को पेर्ममेंट करना शामिल शामिल है।जिसको लेकर नर्सिंग स्टाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है.

 

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