1 अक्टूबर की रात से 3 अक्टूबर की सुबह तक काफी मशक्कत करने के बाद हाथरस में प्रशासन ने आखिरकार मीडिया को पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति दे दी है। प्रशासन से इजाजत मिलने के बाद पीड़ित परिजनों के घर मीडिया का जमावड़ा लग गया है और परिजन एसआईटी की जांच और प्रशासन की सख्त कार्रवाई पर अपनी बात सामने रख रहे हैं। इस दौरान पीड़ित परिवार प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है। इसके अलावा पीड़ित परिवार जिले के जिलाअधिकारी आरोप लगा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परिजन का आरोप है कि डीएम ने ये कहकर पीड़िता का शव घर में इसलिए नहीं सौंपा, कि पोस्टपार्टम की वजह से परिजन उसका चेहरा नहीं देख पाएंगे।