तमिलनाडु, दक्षिण भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है। देश के विकास व राजनैतिक दृष्टि से भी यह राज्य हमेशा देश के लिए बेहद अहम रहा है। ऐतिहासिक दृष्टि से तमिलनाडु भारत का सबसे अग्रणी राज्य है। यही एक ऐसा राज्य जो कभी उजड़ा नहीं, प्रागैतिहासिक काल से ही यहां जो लोग बसे, उन्हीं की पीढ़ियां यहां जमी रहीं। अपनी धरती छोड़कर यहां लोग भागे नहीं। यह राजा-महाराजाओं की धरती रही। गुलामी के दिनों में भी इस राज्य में वैसा अंग्रेजों का वैसा प्रभाव नहीं था, जैसा दिल्ली-कोलकाता सरीखे शहरों पर था। जबकि तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई भारत के प्रमुख महानगरों में से एक है। चेन्नई के अलावा मदुरै, कोयम्बटूर, सेलम, तिरूनेलवेली सरीखे शहर इस राज्य में स्थित हैं। इसके पड़ोसी राज्य आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल हैं। तमिलनाडु में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा तमिल है। तमिलनाडु के वर्तमान मुख्यमंत्री एडाप्पडी पलानिस्वामी और राज्यपाल विद्यासागर राव हैं। Read More
यह मंदिर एक दशक पहले द्रमुक सरकार के दौरान अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण के हिस्से के तौर पर अरुणथाथियार समुदाय को सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में दाखिले में तीन फीसदी कोटा देने के लिए करुणानिधि का आभार जताने के लिये बनवाया जाएगा। ...
कुछ महीनें पहले ही इस धोखाधड़ी की शिकार एक लड़की ने कुछ महिनों पहले पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। जिसके बाद साइबराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम राज चेझियान उर्फ प्रदीप है। ...
मदुरै से मिली खबर में कहा गया है कि तटीय क्षेत्र की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और भारतीय नौसेना तथा तटरक्षक बल मन्नार की खाड़ी और पाल्क स्ट्रेट पर करीब से नजर रख रहे हैं। ...
आतंकवादी संगठन लश्कर के छह आतंकवादियों के श्रीलंका से समुद्र के रास्ते तमिलनाडु में घुसपैठ करने और वहां से बाकी शहरों की ओर रुख करने की खबर के बाद शुक्रवार को राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गयी। ...
तमिलनाडु में सूचना है कि लश्कर-ए-तैयबा के 6 आतंकी शहर में घुस गए हैं। धिकारियों ने बताया कि खुफिया जानकारी इस ओर इशारा करती है कि श्रीलंका से समुद्री रास्ते के जरिए राज्य में लश्कर-ए-तैयबा के छह आतंकवादी आए और कोयंबटूर समेत अन्य शहरों में गए। ...
इंटेलिजेंस इनपुट्स के मुताबिक आतंकवादी श्रीलंका के रास्ते भारत में प्रवेश किए हैं। इन 6 आतंकवादियों में एक पाकिस्तानी और पांच श्रीलंका के तमिल आतंकी है। ...
चिदंबरम 1969 और 1984 में उस समय इंदिरा गांधी के साथ बने रहे जब कांग्रेस में विभाजन हो गया था। राजीव गांधी की सरकार में उन्हें वाणिज्य राज्य मंत्री बनाया गया। प्रधानमंत्री नरसिंह राव की सरकार में भी वह राज्यमंत्री रहे। तब उनके पास वाणिज्य और उद्योग मं ...
विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सिवन को यह पुरस्कार देने की घोषणा पूर्व में की गई थी। सिवन यह पुरस्कार 15 अगस्त को प्राप्त करने वाले थे, लेकिन उस दिन ऐसा नहीं हो पाया। ...