श्रीलंका दक्षिण एशिया का एक द्वीपीय देश है। यह हिंद महासागर से घरा हुआ है। श्रीलंका को लंबे संघर्ष के बाद 1948 में अंग्रेजों से आजादी मिली थी। इस देश ने 26 साल लंबा सिविल वार झेला है। साल 2009 में श्रीलंकाई आर्म्ड फोर्सेस ने एलटीटीई को हराकर इसका खात्मा किया। श्रीलंका में प्रमुख रूप से सिन्हला और तमिल भाषाएं बोली जाती हैं। यहां की 70 प्रतिशत आबादी बोद्ध धर्म का पालन करती है। इसके बाद हिंदू धर्म के मानने वाले हैं। फिर इस्लाम और ईसाई धर्म को मानने वाले हैं। Read More
श्रीलंका में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। गोटाबया राजपक्षे के श्रीलंका से भागने के बाद देश में विरोध-प्रदर्शन और तेज हो गए हैं। सैकड़ों प्रदर्शनकारी एक बार फिर प्रधानमंत्री आवास में भी दाखिल हो गए हैं। ...
श्रीलंका के आर्थिक हालात खराब होने के चलते वहां लगातार प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे देश छोड़ मालदीव पहुंच गए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि भारत ने राजपक्षे की देश से भागने में मदद की हैं। हालांकि ...
गोटबाया राजपक्षे के भागने की खबर के बाद बुधवार को श्रीलंका में प्रदर्शन तेज हो गए। भारी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे हैं और ऐसी खबरें हैं कि वे संसद की ओर जा रहे हैं। ...
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देश छोड़ दिया है। सूत्रों के अनुसार राजपक्षे अपनी पत्नी के साथ रातों-रात मालदीव पहुंच गए हैं। सूत्रों के अनुसार उन्हें एक नौसैनिक पोत पर रखा गया था। ...
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में बीते शनिवार को हिंसक प्रदर्शनकारियों ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे के निजी आवास को आग के हवाले कर दिया था और राष्ट्रपति गोटबाया राजपश्रे को खदेड़ते हुए राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था। ...
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपने श्रीलंका दौरे पर तीन टी20, पांच वनडे और दो टेस्ट मैच खेले। आखिरी टेस्ट मैच खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने श्रीलंका को शानदार मेजबानी के लिए धन्यवाद कहा है। वार्नर ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस ...
इस समय श्रीलंका को जबर्दस्त आर्थिक मदद की जरूरत है. भारत इस मुश्किल से श्रीलंका को निकालने में मदद कर सकता है. यह देश भारत के किसी छोटे से प्रांत के बराबर ही है. ...
बिगड़ते आर्थिक और राजनीतिक हालात के बीच श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। जनता के साथ-साथ अब सरकारी कर्मचारी भी विरोध में उतर आए हैं। इसी क्रम में पूर्व मंत्री बासिल राजपक्षे को देश छोड़ने से रो ...