वसंत पंचमी या सरस्वती पूजा का उत्तर भारत में बहुत महत्व है। यह विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती की उपासना का दिन है। हिंदू पंचांगों के अनुसार ये वसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। ऐसी भी मान्यता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी ने माता सरस्वती की रचना की थी। Read More
Basant Panchami 2020: इस बार बसंत पंचमी देश के कई हिस्सों में 29 जनवरी को कई हिस्सों में 30 जनवरी को भी मनाई जा रही है। आप भी इस मौके पर अपने दोस्तों, परिवार को भेजें ये बधाई संदेश... ...
Basant Panchami: पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत सुबह 10.45 बजे से हो रही है और इसका समापन 30 जनवरी को दोपहर 1.19 बजे होगा। ...
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाने वाला बसंत पंचमी या सरस्वती पूजा के त्योहार को लेकर इस बार उलझन की स्थिति भी बनी हुई है। कई जगहों पर सरस्वती पूजा 29 जनवरी को तो कई जगहों पर ये 30 तारीख को मनाई जाएगी। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन माता सर ...
शारदा पीठ मंदिर लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) से महज 10 से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नीलम नदी (किशनगंगा) के किनारे मौजूद इस मंदिर की श्रीनगर से दूरी करीब 130 किलोमीटर है। ...
Basant Panchami: ऐसी मान्यता है कि जो भी मां सरस्वती की पूजा पूरे विधि-विधान और निष्ठा से करता है, वह कुशाग्र बुद्धि का बनता है और अपनी बुद्धिमता से दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाता है। ...
Basant Panchami: माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 29 जनवरी को सुबह 10.45 बजे से हो रही है और इसका समापन 30 तारीख को 1.19 बजे से हो रहा है। ...