यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद (UNSC) में बुधवार को यूक्रेन आक्रमण के बीच रूस के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें भारत सहित कुल 13 देशों ने वोटिंग नहीं की। ऐसे में अब रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के पक्ष पर अमेरिका की प्रतिक्रिया सामने आई ...
सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी सेना को 9 मई तक यूक्रेन के खिलाफ जारी युद्ध को रोकने को कहा है। दरअसल, रूस के लिए 9 मई की तारीख काफी अहम है, इसलिए रूस की ओर से जंग रोकने के लिए ये दिन चुना गया है। ...
नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग गुरुवार को कहा, चीन को हमारा संदेश है कि वह दुनिया के उन देशों के साथ खड़ा होना चाहिए जो यूक्रेन हमले को लेकर रूस की कड़ी निंदा कर रहे हैं। ...
संयुक्त राष्ट्र के कई प्रस्तावों से भारत और चीन दोनों ही अनुपस्थित रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दोनों ही देशों के नेताओं से सीधे बातचीत कर रहे हैं और बातचीत से समाधान निकालने की अपील कर रहे हैं। ...
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच इस साल नवंबर में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन इंडोनेशिया में होना है। ऐसे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी20 शिखर सम्मेलन में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं। इसी क्रम में जी-20 शिखर सम्मेलन में पुतिन क ...
कीव: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने करीब एक महीने पहले टेलीविजन पर आकर यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने पश्चिमी सहित अन्य देशों को भी आगाह किया कि अगर रूस - यूक्रेन के बीच कोई आता है तो उसे भी गंभीर परिणाम भुगतने हो ...