इसे देवों की दीपावली भी कहा जाता है। साथ ही इस दिन दीपों का दान किया जाता है। माना जाता है कि जिस प्रकार इंसान दिवाली पर दीये जलाता है उसी प्रकार कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवता भी दीये जलाकर दीपावली मनाते हैं। ...
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही सिक्खों के गुरु, गुरु नानक देव जी ने संवत् 1526 में अवतरण लिया था। इसीलिए इस दिन को पूरा सिक्ख समुदाय उत्साह और उल्लास से मनाता है। ...
देव दीपावली के दिन पवित्र नदी के घाट पर दीपों की जगमगाहट देखते ही बनती है। देव दीपावली को त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं। इस दिन एक बार फिर से पूरी नगरी दीयों की जगमगाहट से रोशन हो जाती है। ...
गुरु नानक देव ने सिक्ख धर्म की स्थापना की थी। बचपन से ही गुरु नानक देव ने अपने व्यक्तिव में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्म-सुधारक, समाजसुधारक जैसे गुण थे। ...
वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर हम अपने घर को सुसज्जित नहीं रखते तो उसका दोष हमारे जीवन में दिखाई देता है। ऐसी ही कुछ आदतें होती हैं जिन्हें इंसान को अपनाने से बचना चाहिए। ...
गुरु नानक देव ने सिक्ख धर्म की स्थापना की थी। बचपन से ही गुरु नानक देव ने अपने व्यक्तिव में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्म-सुधारक, समाजसुधारक जैसे गुण थे। ...
चित्रकूट के इन जंगलों में आज भी त्रेता युग के निशान दिखते हैं जिन्हें प्राकृतिक रूप से संजोया गया है। इसे भारत के कुछ प्रमुख तीर्थ स्थलों में भी जोड़ा जाता है। चित्रकूट के इस धाम में बारहों महीने श्रद्धालुओं का आवा-गमन लगा रहता है। ...