हनुमान जी को भगवान शिव का रूद्र अवतार माना जाता है।हनुमान जी का जन्म वानर राजा केसरी के ग्रह, उनकी पत्नी अंजना के गर्भ से हुआ था। हनुमान जयंती का यह पर्व पूरे देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। ...
हनुमान जी का जन्म दो खास नक्षत्रों में हो रहा है। वर्षों बाद इस तरह के ज्योतिष नक्षत्र हनुमाना भक्तों पर विशेष कृपा करने वाले माने जा रहे हैं। इसलिए इस बार हनुमान जयंती पर व्रत और पूजा करने में अधिक लाभ हासिल होगा। ...
हनुमान जी का जन्म दो खास नक्षत्रों में हो रहा है। वर्षों बाद इस तरह के ज्योतिष नक्षत्र हनुमाना भक्तों पर विशेष कृपा करने वाले माने जा रहे हैं। इसलिए इस बार हनुमान जयंती पर व्रत और पूजा करने में अधिक लाभ हासिल होगा। ...
18 अप्रैल की रात 9 बजकर 23 मिनट पर चित्रा नक्षत्र के लगते ही हनुमान जयंती की तिथि प्रारंभ हो जाएगी। इस वर्ष हनुमान जयंती पर चित्रा नक्षत्र के साथ गजकेसरी योग भी बन रहा है। ऐसा संयोग वर्षों बाद आया है। ...
नवरात्रि में व्रत का पारण कन्या पूजन के साथ होता है। लोगों की मान्यता के अनुसार अष्टमी और नवमी को कन्या पूजा की जाती है। पंडित दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार इस साल अष्टमी और नवमी पूजा एक ही दिन की जाएगी। साथ ही व्रत भी एक ही दिन माना जाएगा। ...
श्रीराम चन्द्र का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था।यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इसी दिन चैत्र नवरात्र की समाप्ति हो जाती है। ...
नवरात्रि में कन्या पूजन करने के पीछे मां वैष्णो देवी के भक्त श्रीधर की कथा प्रचलित है। श्रीधर की कोई संतान नहीं थी, किसी ने उसे चैत्र नवरात्रि में कन्याओं का पूजन करके उन्हने प्रसाद खिलाने को कहा। श्रीधर ने वैसा ही किया। उसने 9 कन्याएं बुलाईं जिसमें ...
हिन्दू धर्म में नवरात्रि का त्योहार वर्ष में चार बार आता है - चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। किन्तु इंक चार में से केवल चैत्र और अश्विन मास के नवरात्रि ही मनाए जाते हैं। इस दौरान नौ दिनों तक देवी के नौ रूपून की पूजा और व्रत किया जाता है। हर देवी का व्र ...