निर्मला सीतारमण भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और वर्तमान में भारत की रक्षामंत्री हैं। 2017 में रक्षामंत्री का पदभार संभालने से पहले उनके पास वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार था। इसके अलावा वो वित्त एवं कारपोरेट मामलों की राज्यमंत्री भी रह चुकी हैं। निर्मला सीतारमण के विषय में कहा जाता है कि वो भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षामंत्री हैं। निर्मला का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। उन्होंने मद्रास के तिरुचिरापल्ली से शुरुआती पढ़ाई की और उसके बाद सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से इकोनॉमिक्स में बीए की पढ़ाई की। इसके बाद जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स में एमए की पढ़ाई की है। वो चंद्रबाबू नायडू की कम्यूनिकेशन एडवाइजर भी रह चुकी हैं और बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली। Read More
Budget 2020: निर्मला सीतारमण ने देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2500 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया है। साथ ही भारतीय धरोहर एवं संरक्षण संस्थान की भी स्थापना की जाएगी। ...
देश जिस आर्थिक स्थिति से गुजर रही है, ऐसे में दुनिया के लोगों की नजर सीतीरमण के लाल कपड़े में बंधे उस बजट के पिटारे की तरफ था जो वह पढ़ रही हैं। आइये जानते हैं कि सीतारमण कौन हैं और इनसे पहले किस महिला ने बजट पेश किया था। ...
किसानों के लिए ऐलान करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के लिए 16 सूत्रीय फॉर्मूले की घोषणा की है, जिससे किसानों को फायदा पहुंचाएगा। यहां पढ़ें मोदी सरकार की किसानों के लिए 16 सूत्रीय फ़ॉर्मूला- ...
निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया 'देश में तेजस जैसी और ट्रेनें चलाई जाएंगी। तेजस ट्रेनों के जरिये पर्यटन स्थलों से जोड़ा जाएगा। 550 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है। देश भर में मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को खत्म कर दिया गया है।' ...
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि सोलर पंप लगाने के लिए 20 लाख किसानों को सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जलसंकट वाले 100 जिलों में व्यापक उपायों का प्रस्ताव भी सरकार ने रखा है। ...
सीतारमण ने लोकसभा में अपना दूसरा बजट पेश करते हुए कहा कि कृषि भूमि पट्टा आदर्श अधिनियम-2016, कृषि उपज और पशुधन मंडी आदर्श अधिनियम -2017, कृषि उपज एवं पशुधन अनुबंध खेती, सेवाएं संवर्धन एवं सुगमीकरण आदर्श अधिनियम-2018 लागू करने वाले राज्यों को प्रोत्सा ...
सीतीरमण ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए एख कविता पढ़ी जिसकी पंक्ति कुछ इस तरह थीं कि हमारा वतन शालीमार बाग जैसा है। हमारा वतन नौजवानों के गरम खून जैसा है और हमारा वतन डल झील में खिले कमल जैसा है। ...