नवरात्रि यानी 'नौ-रात'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है-चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं, जिन्हें गुप्त एवं तांत्रिक साधनाओं के लिए जाना जाता है। लेकिन हिन्दू परिवारों में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व है और इसे ही विशेष रूप से मनाया जाता है। Read More
नवरात्री का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित है। मां के नवदुर्गा स्वरूप में तृतीय स्थान पर विराजमान मां चंद्रघंटा की पूजा नवरात्रि के तीसरे दिन की जाती है। ...
नवरात्र में श्री दुर्गा सप्तशती के कीलक स्तोत्र के पाठ से भक्त को मां अंबे भवानी का आशीर्वाद मिलता है, आध्यात्मिक सद्भाव, मन की शांति के साथ भक्त को सभी कार्यों में सफलता मिलती है। ...
हरियाणा के फरीदाबाद से भी गरबा कार्यक्रम के दौरान हुई झड़प में एक 52 साल के व्यक्ति की मौत होने की खबर है। ये घटनाएं समाज की असंवेदनशीलता का नमूना भर हैं। ...