मौलाना मसूद अजहर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। मसूद का जन्म पाकिस्तान के बाहावलपुर में 1968 को हुआ था। इसके कुल ग्यारह भाई-बहनों है। अजहर को सबसे पहले 1994 में श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था। 2000 में मौलाना मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन की स्थापना की। 2001 में भारतीय संसद पर हमला हुआ। इसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का ही हाथ था। Read More
चीन ने कहा कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा। कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद चीन का यह रुख आया है। ...
चीन ने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा, लेकिन उसने कोई समयसीमा नहीं बताई। कुछ दिन पहले यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन ...
इमरान खान के चीन दौरे से लौटने के एक दिन बाद चीन ने मसूद अजहर को लेकर बयान दिया है. उसने कहा है कि मसूद अजहर का मामला यूएन के साथ मिल कर सुलझाया जायेगा. लेकिन चीन ने इसके लिए कोई तय समयसीमा नहीं बताई है. बढ़ते वैश्विक दबाव के कारण इस बार चीन को झुकना ...
द्विपक्षीय वार्ता के लिए भारतीय विदेश सचिव विजय केशव गोखले ऐसे समय में चीन की यात्रा पर आए हैं जब इस बात की फिर से उम्मीद जगी है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के संबंध में चीन के साथ ...
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि अजहर पर पाकिस्तान का रुख स्पष्ट है। भारत का आरोप है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित अजहर के जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है। ...
सवाल यह है कि अमेरिका यूएनएससी में प्रस्ताव लाकर इसको सार्वजनिक विषय बनाकर बहस क्यों करना चाहता है? क्या उसका मकसद चीन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस बहस के जरिए शर्मसार करना है? ...
किशनगंज में राजद की जनसभा के दौरान विधायक हाजी सुभान ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को साहब कह डाला. उन्होंने कहा कि इंटनरशनल आतंकी घोषित करने को मसूद अजहर साहब को चीन ने वीटो लगाया. ...
संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति में यह प्रस्ताव चार बार गिर चुका है, सिर्फ चीन के विरोध के कारण. अब सुरक्षा परिषद में यदि चीन ने वीटो नहीं किया या वह तटस्थ रहा तो प्रतिबंध की घोषणा हो जाएगी. ...