हिन्दू धर्म में मकर संक्रांति का त्योहार बेहद खास और महत्वपूर्ण माना जाता है। सूर्य के राशि परिवर्तन को ही संक्रांति कहते हैं। इस तरह साल में 12 संक्रांति आते हैं। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तभी मकर संक्रांति का पर्व को मनाया जाता है। वर्तमान समय में जनवरी के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन इसे मनाया जाता है। मकर संक्रांति के साथ एक माह से चला रहा खरमास या मलमास खत्म हो जाता है और शुभ कार्य शुरू किए जाते हैं। परंपराओं के अनुसार मकर संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है। साथ ही दान आदि भी किया जाता है। इस दिन तिल का महत्व काफी खास हो जाता है। तिल का दान, और इसका सेवन शुभ माना गया है। मकर संक्रांति के दिन गुजरात में अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव भी मनाया जाता है। Read More
Makar Rashi Mein Surya Gochar 2025: सूर्य का मकर राशि में प्रवेश स्थिरता, ध्यान और अनुशासन का प्रतीक है। शनि द्वारा शासित पृथ्वी राशि मकर राशि अक्सर संरचना और कड़ी मेहनत का प्रतिनिधित्व करती है। ...
Makar Sankranti 2025: आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार, 14 जनवरी को मकर संक्रांति और अन्य क्षेत्रीय त्योहारों के कारण कई शहरों में बैंक बंद रहेंगे। ग्राहकों को स्थानीय बैंक छुट्टियों की पुष्टि करनी चाहिए और वे अभी भी ऑनलाइन सेवाओं और एटीएम तक पहुंच ...
Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति भारत भर में सांस्कृतिक परंपराओं की एक जीवंत ताना-बाना है, जो लोगों को फसल की भरपूर उपज के लिए उत्सव और कृतज्ञता में एक साथ लाती है। ...