साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
नेता ने सोशल मीडिया में सीवीटीवी वीडियो शेयर करते हुए कहा कि इलेक्शन कमीशन को इसकी जांच करनी चाहिए। नेता के मुताबिक मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की जा रही हैशुक्रवार को मध्य प्रदेश के सतना में ईवीएम म ...
इस चुनाव में वैसे तो ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में लगभग बराबर मतदान हुआ है, लेकिन किसानों ने जिस उत्साह से मतदान किया है, उससे लगता है कि उनका वोट निर्णायक साबित होगा. ...
मध्यप्रदेश में पिछले तीन बार से शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्ववाली बीजेपी सरकार सत्ता में है। बीजेपी को कांग्रेस और अजित जोगी, मायावती इत्यादि नेताओं के गठबंधन से चुनौती मिल रही है। ...
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने गुरुवार (29 नवंबर) शाम संवाददाताओं को बताया कि राज्य में हुए कुल मतदान में महिलाओं का प्रतिशत 73.86 और पुरूषों का प्रतिशत 75.72 रहा है, जो पिछले चुनाव के जेंडर रेशियों से ज्यादा है। ...
राजधानी में आज सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए सुबह से ही उत्सुकता का नजारा दिखाई दिया. युवाओं और बुर्जुगों ने भी मतदान में खासा उत्साह दिखाया. कुछ मतदान केन्द्रों पर लंबी-लंबी लाईनें लगी रही तो कुछ पर भीड़ नजर नहीं आई. सुबह के वक्त मतदान केन् ...
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में पिछले 15 साल से सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है। राज्य में 5.04 करोड़ मतदाता हैं। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न कराने के लिये पूरे राज्य में 65341 मतदान केन्द्र बनाये गये है। ...